श्रीराम कथा जीवन में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करती है : उत्तम स्वामीजी

in #indore2 years ago

राजपुरा में ग्रामीणजनों से भर गया पांडाल

श्रीराम कथा जीवन में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करती है : उत्तम स्वामीजी

इंदौर। आपका मस्तिष्क संसार से निकलता नहीं है और संतों का मस्तिष्क परमार्थ से निकलेगा नहीं। कथा जीवन में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करती है। प्रतिदिन एक घंटा राम के लिए प्रदान करें आपको जन्मों - जन्मों तक सुख प्राप्त होगा। ईश्वर चाहते हैं कि आप शुद्ध अंतःकरण से मेरे पास आएं, आपका उद्धार होगा।
श्री रामचरितमानस की मीमांसा करते हुए ये उद्गार महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी ने बेटमा के समीप राजपुरा ग्राम में श्री राम कथा की दूसरे दिन व्यक्त किए। स्वामी जी ने कहा शरीर के रोगों के लिए विज्ञान तो मन के रोगों के लिए परमार्थ है। आपने कहा कि ग्रंथ ग्रंथियों को मिटाने का कार्य करते हैं। उत्तम स्वामीजी कहते हैं कि आज कोई परमात्मा के संविधान का पालन नहीं करता है। ईश्वर का संविधान कहता है कि झूठ मत बोलो, कोई पालन नहीं करता, मेरा भजन करो - हम नहीं करते। आपने कहा कि हम सांसारिक सुखों के लिए रोते हैं लेकिन अगर दो आंसू अगर हम राम के लिए बहा दिए तो राम दौड़े - दौड़े चले आयेंगे। कई कर्म तत्काल फल देता है, कुछ कर्म कुछ समय बाद फल देते हैं तो कई फल अगले जीवन में फल देते हैं। इसलिए यदि आपके साथ अच्छा नहीं हो रहा है तो आपको भगवान देख रहा है, वही सही समय पर आपके साथ न्याय जरूर करेगा।
कथा के आरम्भ में व्यास पीठ का पूजन केदारमल जाखेटिया, रमेश जाखेटिया, मोहन जाखेटिया, टीकमलाल गर्ग, राजकुमार झंवर, शांता झंवर, रामदास माहेश्वरी, दीपक वर्मा, विजय पटेल ने किया।

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