भारत चाैथी बार चैंपियन, पाकिस्तान को रोमांचक फाइनल में हराया

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भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने पाकिस्तान को 2-1 से हराकर चौथी बार जूनियर एशिया कप खिताब जीत लिया है. 8 साल बाद हो रहे इस टूर्नामेंट को देखने के लिए बड़ी संख्या में भारत और पाकिस्तान के प्रशंसक जुटे थे. आखिरी क्षणों में पाकिस्तान ने आक्रामक हॉकी दिखाई, लेकिन भारतीय गोलकीपर एचएस मोहित की अगुवाई में रक्षापंक्ति ने उनके हर वार को नाकाम कर दिया. भारत के लिए अंगद बीर सिंह ने 12वें मिनट में, अराइजीत सिंह हुंडल ने 19वें मिनट में गोल दागे जबकि भारत के पूर्व मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमेंस की कोचिंग वाली पाकिस्तानी टीम के लिए एकमात्र गोल 37वें मिनट में बशारत अली ने किया. भारत ने 2004, 2005 और 2015 के बाद यह खिताब चौथी बार जीता है जबकि पाकिस्तान 1987, 1992 और 1996 में चैम्पियन रह चुका है.
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दोनों टीमें इससे पहले 3 बार जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के फाइनल में भिड़ चुकी हैं. पाकिस्तान ने 1996 में जीत दर्ज की जबकि 2004 में भारत विजयी रहा. भारत ने पिछली बार मलेशिया में खेले गए टूर्नामेंट में पाकिस्तान को 6-2 से हराकर खिताब जीता था. इस बार टूर्नामेंट 8 साल बाद खेला गया. कोरोना महामारी के कारण 2021 में इसका आयोजन नहीं हुआ था. भारत ने आक्रामक शुरुआत करके पाकिस्तानी गोल पर पहले ही क्वार्टर में कई हमले बोले. भारत को 12वें मिनट में पहली कामयाबी अंगद बीर ने दिलाई
दूसरे क्वार्टर में भी गेंद पर नियंत्रण के मामले में भारत का ही दबदबा रहा. भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति के शानदार मूव को अराइजीत ने फिनिशिंग देते हुए 19वें मिनट में दूसरा फील्ड गोल दागा. टूर्नामेंट में यह उनका 8वां गोल था. हाफटाइम से पहले पाकिस्तान के शाहिद अब्दुल ने सुनहरा मौका बनाया, लेकिन गोल के सामने से उनके शॉट को भारतीय गोलकीपर मोहित ने पूरी मुस्तैदी से बचाया. दूसरे हाफ में पाकिस्तानी टीम ने आक्रामक वापसी की और इसका फायदा उसे तीसरे क्वार्टर के 7वें मिनट में मिला जब शाहिद अब्दुल ने सर्कल के भीतर से भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए गोल के दाहिनी ओर खड़े बशारत को गेंद सौंपी और उन्होंने भारतीय गोलकीपर को चकमा देकर गोल कर दिया.