सुनील छेत्री ने भारतीय फुटबॉलर्स से कहा, फीफा की धमकी से ना डरें,

in #indian2 years ago

Sunil Chhetri to players on FIFA ban threat: भारत के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री ने साथी खिलाड़ियों से अपने दिल की बात कही है. उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा की धमकी से डरने की जरूरत नहीं है. जानिए पूरा मसला क्या है?
नई दिल्ली. अनुभवी स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने रविवार को साथी खिलाड़ियों को भारतीय फुटबॉल पर फीफा निलंबन के खतरे पर ज्यादा चिंता नहीं करने और मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने की सलाह दी. इस महीने के शुरू में विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा ने तीसरे पक्ष के ‘हस्तक्षेप’ के कारण अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को निलंबित करने और इससे अक्टूबर में महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी के अधिकार छीनने की धमकी दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय महासंघ को चुनाव कराने का निर्देश दिया था जिसके कुछ ही दिन बाद यह चेतावनी जारी की गई थी.सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गयी प्रशासकों की समिति (EOA) ने हालांकि तब से चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी है और चुनाव 28 अगस्त को कराए जाने हैं. छेत्री ने नए सत्र की तैयारियों पर उनके क्लब बेंगलुरू एफसी द्वारा आयोजित वर्चुअल मीडिया बातचीत के दौरान कहा, ‘‘मैंने लड़कों से बात की है और मेरी सलाह है कि ज्यादा ध्यान इस पर मत लगाओ क्योंकि यह आपके नियत्रंण से बाहर की चीज है.’’उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग शामिल हैं, वो यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं कि हम सर्वश्रेष्ठ संभव नतीजा हासिल कर लेंगे.’’ छेत्री ने कहा, ‘‘हर कोई इस ओर कड़े प्रयास कर रहा है. जहां तक खिलाड़ियों का संबंध है तो हम सुनिश्चित करेंगे कि हम अपना काम उचित तरीके से करें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें सुनिश्चित करना होगा कि आप खुद को बेहतर खिलाड़ी बनाओ. जब भी आपको अपने क्लब या अपने देश के प्रतिनिधित्व का मौका मिले तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करो.’’छेत्री ने कहा, ‘‘एआईएफएफ में सभी हर संभव तरीके से इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं ताकि नतीजा हमारे हक में रहे.’’ भारत को 11 से 30 अक्टूबर तक फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी करनी है. डूरंड कप 16 अगस्त से कोलकाता में शुरू होगा जिसमें बेंगलुरू एफसी का सामना टूर्नामेंट के दूसरे दिन जमशेदपुर एफसी से होगा. बेंगलुरु एफसी ने 2013 में आने के बाद लगभग हर बड़ा राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किया है इसलिए टीम अपनी ‘ट्रॉफी कैबिनेट’ में डूरंड कप ट्रॉफी अपने नाम करने के लिए बेताब होगी.सुनील छेत्री ने कहा, ‘‘यह बहुत ही विशेष है. यह सबसे पुराने टूर्नामेंट में से एक है जो बहुत बड़ी बात है. लेकिन क्लब ने भी यह खिताब नहीं जीता है और व्यक्तिगत रूप से भी मैंने डूरंड कप नहीं जीता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी टूर्नामेंट जीतने में भाग्यशाली रहा हूं और भारत में लगभग जितने भी टूर्नामेंट हैं, सभी जीत चुका हूं बस डूरंड कप की कमी है.’’
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