अरुणाचल पर चीन के दावे को जर्मनी ने बताया ज्यादती, कहा- बीजिंग कर रहा विश्व व्यवस्था का उल्लंघन
भारत में जर्मनी के नवनियुक्त राजदूत फिलिप एकरमैन ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश पर चीन का दावा एक तरह की ज्यादती है। इसके अलावा भारत की सीमा पर चीन का अतिक्रमण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का उल्लंघन है। इसे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। एकरमैन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय सीमा पर चीन की समस्या दूसरे तरह की है। यूक्रेन पर रूस का आक्रमण अलग तरह का मामला है। दोनों के बीच तुलना नहीं की जानी चाहिए।एकरमैन से भारत के इस तर्क के बारे में पूछा गया था कि एशिया में अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन पर यूरोप चुप्पी साध लेता है। लेकिन, जब उसके अपने क्षेत्र में समस्याओं की बात आती है, तो वह अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है। जर्मन राजदूत ने कहा, उत्तरी सीमाओं पर भारत की समस्या से हम अवगत हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अरुणाचल प्रदेश को बीजिंग अपना हिस्सा बताता है। चीन की कार्रवाई विश्व व्यवस्था का उल्लंघन है, लेकिन यह मुद्दा यूक्रेन संकट से पूरी तरह अलग है।भारत-जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर एकरमैन ने कहा कि हमारी नई सरकार का भारत की तरफ स्पष्ट झुकाव है। व्यापार, जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की काफी संभावना है। सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर हम सहयोग कर रहे हैं। भारत की शिकायतों का समाधान करने में जर्मनी मदद कर रहा है। भारतीय छात्रों को वीजा दिए जाने के सवाल पर एकरमैन ने कहा कि उनकी जर्मनी यात्रा संभव बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।