जनरल शाबेग सिंह- जिन्होंने चीन और पाकिस्तान से लड़ाई की, और फिर भारत की सेना से लड़े
ऑपरेशन ब्लूस्टार से कुछ समय पहले स्वर्ण मंदिर में जरनैल सिंह भिंडरावाले के साथ अक्सर एक लंबी सफ़ेद दाढ़ी और करीने से पगड़ी बाँधने वाले शख़्स को बैठे देखा जाता था.
वो देखने में दुबले-पतले ज़रूर थे लेकिन उनका चेहरा बौद्धिक था. बाहर से वो एक ग्रंथी होने का आभास देते थे, लेकिन वास्तव में वो एक सिपाही थे- ये थे मेजर जनरल शाबेग सिंह जिन्होंने भारतीय सैनिकों के ख़िलाफ़ स्वर्ण मंदिर में व्यूह रचना की थी.