बुलडोज़रः एक मशीन जो भारतीय मुसलमानों में ख़ौफ़ पैदा कर रही है

in #india2 years ago

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बुलडोज़र का अविष्कार क़रीब सौ साल पहले हुआ था और तब से ही इनका इस्तेमाल घरों, दफ़्तरों, सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में होता रहा है. लेकिन हाल के सालों में, कई लोगों का ये कहना है कि, ये भारत की हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हाथों में एक हथियार बन गए हैं जिनका इस्तेमाल अल्पसंख्यक मुसलमानों के घरों, दुकानों और संपत्तियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा है. ये बुलडोज़र राजनीतिक रूप से अहम राज्य उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नज़र आ रहे हैं. इनका सबसे ताज़ा कारनामा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) में नज़र आया जहां बीते रविवार को राजनीतिक कार्यकर्ता जावेद मोहम्मद का घर तोड़ दिया गया. आरोप लगाया गया कि ये घर अवैध रूप से बनाया गया था. हालांकि परिवार ने इस आरोप को ख़ारिज किया है. आलोचकों का कहना है कि घर तोड़ने के वास्तविक कारण का इमारत के निर्माण के कथित रूप से अवैध होने से कोई लेना देना नहीं है बल्कि जावेद के परिवार को उनके सरकार का मुखर आलोचक होने की सज़ा दी गई है. घर ढहाने से एक दिन पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया था और उन पर प्रयागराज में पैगंबर मोहम्मद के अपमान के ख़िलाफ़ हुए हिंसक प्रदर्शन का 'मास्टरमाइंड' होने का आरोप लगाया गया था.