बंगाल और छत्तीसगढ़ से बेहतर होगी बसों की कनेक्टविटी, अलग अलग रूटों से सरकार चलाने ....

in #india2 years ago

PATNA : बिहार से बड़ी संख्या में लोग छत्तीसगढ़ और बंगाल में काम करने के लिए जाते हैं। जिनके लिए अब बिहार परिवहन विभाग की तरफ से बसों की कनेक्टविटी को बेहतर करने की कोशिशें तेज कर दी गई है। जल्द ही दोनों राज्यों के लिए परिवहन विभाग अलग अलग रूटों पर 180 बसों का परिचालन शुरू करने जा रहा है।

बस मालिकों से मांगे गए हैं आवेदन

परिवहन प्राधिकारी ने बिहार से बंगाल और छत्तीसगढ़ के लिए परमिट देने के लिए गाड़ी मालिको से ऑनलाइन आवेदन भी मांगा है। जिसके लिए गाड़ी मालिक को 23 जून तक ऑनलाइन आवेदन जमा करने की मोहलत दी गई है। वहीं 24 जून तक आवेदन की हार्डकॉपी भी कार्यालय में जमा किया जा सकता है।

दोनों राज्यों से एमओयू की तैयारी

परिवहन विभाग ने पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के साथ समझौता किया उसी दौरान यह तय हुआ था कि 6 दर्जन रूटों पर बसों का परिचालन होगा। हालांकि अभी परमिट की स्वीकृति नहीं मिली है और इसको लेकर 8 जुलाई को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी। सरकार की कोशिश है कि जिस तरह देश भर में सड़क का जाल बिछा है ऐसे ही बारी-बारी से देश भर में परिवहन विभाग बस सेवा शुरू कर सके और हजारों मुसाफिरों को सस्ती दरों में लंबी यात्रा का मौका मिल सके। बता दें कि अभी इन दोनों राज्यों के लिए बसों का परिचालन किया जा रहा है। लेकिन उनकी संख्या बेहद ही कम है। वहीं सभी रूटों पर गाड़ियां नहीं चल रही है।

इन रूटों पर चलेंगी बस

राज्य परिवहन बिहार से बंगाल के लिए 45 रूट बताए गए हैं। इसमें 34 रूटों पर करीब 116 बसों की रिक्तियां हैं। बिहार से छत्तीसगढ़ के बीच 28 रूटों पर बसे चलेगी, जिसमें 22 रूटों पर करीब 66 बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसमें सबसे अधिक बसे बिहारशरीफ-अंबिकारपुर वाया रांची, अंबिकापुर-बोधगया वाया औरंगाबाद, पटना-जसपुर वाया रांची, दरभंगा-कुनकुरी वाया रांची, भागलपुर-कुनकुरी वाया रांची, सिवान-बगीचा वाया अंबिकापुर और जसपुर से जैरागी वाया चैनपुर शामिल हैं।