‘चीन नहीं भारत कर सकता है यूक्रेन युद्ध का समाधान’, अमेरिकी नेता ने....

in #indialast year

वॉशिंगटन। अमेरिका (America) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध का समाधान चीन (China) नहीं बल्कि भारत कर सकता है। बता दें कि चीन, रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौता कराने की कोशिशों में जुटा हुआ है। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद एमी बेरा ने कहा कि भारत के रूस के साथ पुराने संबंध हैं, ऐसे में भारत को अपने संबंधों के चलते पुतिन से बात करनी चाहिए और यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए। एमी बेरा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि पीएम मोदी (PM Modi) के आगामी अमेरिका दौरे में उनके और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच यूक्रेन संकट पर कोई बात होगी या नहीं।

चीन (China) को नहीं भारत को करनी चाहिए पहल

एमी बेरा ने कहा कि भारत, यूक्रेन संकट को सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकता है। भारत के रूस के साथ पुराने संबंध रहे हैं। भारतीय प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर सकते हैं क्योंकि हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीजफायर के लिए दोनों पक्षों में समझौता कराने में जुटे हैं लेकिन मुझे लगता है कि भारत को यह काम करना चाहिए।

इन मुद्दों पर होगी पीएम मोदी (PM Modi) और जो बाइडन के बीच बातचीत

भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बताया कि अगले हफ्ते पीएम मोदी और जो बाइडन के बीच होने वाली बैठक में आर्थिक साझेदारी पर बात हो सकती है। बेरा ने कहा कि दोनों देशों में व्यापार, सप्लाई चेन को लेकर बात हो सकती है। भारत कच्चे माल का प्रमुख सप्लायर है। ऐसे में फार्मास्यूटिकल सेक्टर और तकनीक के मुद्दे पर बात हो सकती है। साथ ही भू-राजनैतिक सुरक्षा, मेरीटाइम सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में सहयोग पर भी बात होगी।

पीएम मोदी (PM Modi) का अमेरिका दौरा अहम

पीएम मोदी (PM Modi) 21 से 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के आमंत्रण पर पीएम मोदी अमेरिका जा रहे हैं। वह 22 जून को राष्ट्रपति भवन में होने वाले राजकीय भोज में शामिल होंगे। साथ ही 22 जून को ही अमेरिका की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। बेरा ने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी 21वीं सदी की सबसे अहम साझेदारी है।
India_1530432104_640x320.jpg