अम्बेडकरनगर के टांडा में कस्तूरबा गांधी विद्यालय की छात्राओं के लिए 100 बेड का हॉस्टल बनेगा

in #hostel3 days ago

अंबेडकरनगर 16 सितंबरः (डेस्क)अंबेडकरनगर के टांडा में कस्तूरबा गांधी विद्यालय के लिए 100 बेड का हॉस्टल निर्माण किया जाएगा। यह हॉस्टल विशेष रूप से कक्षा 9 से 12 तक की गरीब बालिकाओं के लिए बनाया जाएगा, जिससे उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। इस परियोजना की लागत लगभग ढाई करोड़ रुपये है और इसका निर्माण मुस्तफाबाद तिलहरा क्षेत्र में किया जाएगा।

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हॉस्टल निर्माण की प्रक्रिया
हाल ही में शिक्षा निदेशालय से आई एक टीम ने ऑनलाइन मैपिंग का कार्य पूरा कर लिया है। अब निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में गरीब बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने पिछले वर्ष छह विद्यालयों में हॉस्टल बनाने की योजना बनाई थी। हालांकि, टांडा में भूमि की कमी के कारण यह कार्य रुका हुआ था।

इस वर्ष, बेसिक शिक्षा विभाग ने टांडा के मुस्तफाबाद क्षेत्र में लगभग डेढ़ एकड़ खाली भूमि का चयन किया है, जहां अब हॉस्टल
का निर्माण किया जाएगा।

स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
प्रभारी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, सत्य प्रकाश मौर्य ने बताया कि "लखनऊ से आई टीम ने भूमि का निरीक्षण पूरा कर लिया है, और जल्द ही हॉस्टल निर्माण के लिए धनराशि जिले को आवंटित होगी।"

इस हॉस्टल के बनने से बालिकाओं को निकटवर्ती सरकारी विद्यालय में मुफ्त शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यह कदम न केवल शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि गरीब परिवारों की बेटियों को आगे बढ़ने का अवसर भी प्रदान करेगा।

सामाजिक प्रभाव
इस हॉस्टल के निर्माण से क्षेत्र में सामाजिक बदलाव की संभावना है। गरीब परिवारों की बेटियाँ अब बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि शिक्षा ही उनके भविष्य को संवारने का सबसे बड़ा माध्यम है।

निष्कर्ष
कस्तूरबा गांधी विद्यालय के लिए प्रस्तावित 100 बेड का हॉस्टल न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का भी कार्य करेगा। इससे गरीब बालिकाओं को अपने सपनों को साकार करने का मौका मिलेगा और वे अपने जीवन में नई ऊँचाइयों तक पहुँच सकेंगी।