NCR के इस इलाके में बनने जा रहा है 2600 बेड वाला हॉस्पिटल, 24 को प्रधानमंत्री करेंगे उद्घाटन

in #hospital2 years ago

फरीदाबाद सेक्टर -88 में स्थित यह अस्पताल कुल एक करोड़ वर्ग फुट में बनेगा। रहेगी ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंसेस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेज, रीनल साइंसेस, बोन डिजीज और ट्रामा, ट्रांसप्लांट की सुविधा।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 24 अगस्त को दिल्ली एनसीआर के फरीदाबाद में माता अमृतानंदमयी मठ द्वारा संचालित होने वाले 2600 बिस्तरों वाले अमृता हॉस्पिटल का उद्घाटन करेंगे।

विश्व प्रसद्धि समाजसेविका और आध्यात्मिक गुरु श्रीमाता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी समारोह में शामिल होंगे। यह अस्पताल दिल्ली-एनसीआर में लोगों को नवीनतम स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने और उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल की सुविधा प्रदान करने के अलावा और भी कई सुविधाएं प्रदान करेगा।

पूरा उत्तर-पूर्वी भारत है लक्ष्य

संगठन ने आज यहां जारी बयान में कहा कि अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद का लक्ष्य पूरे उत्तर और उत्तर-पूर्वी भारत के रोगियों को अपनी सेवाएं प्रदान करना है। आर्थिक दृष्टिकोण से अस्पताल लगभग 2,000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार और 2,000 और लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगा। अस्पताल के एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, अस्पताल में लगभग 10,000 कर्मचारी और 800 से अधिक डॉक्टर होंगे।

एआई/बायोइंफॉर्मेटिक्स पर होगा विशेष ध्यान

अमृता हॉस्पिटल के रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव के सिंह के अनुसार यह अत्याधुनिक चिकित्सा अनुसंधान अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा,अस्पताल में एक समर्पित अनुसंधान खंड होगा जो सात मंजिल की इमारत में कुल तीन लाख वर्ग फुट में फैला होगा जिसमें विशेष ग्रेड 'ए' से 'डी' जीएमपी प्रयोगशालाएं होंगी। यहां नए डायग्नोस्टिक मार्कर्स की पहचान करने पर, एआई, एमएल, बायोइंफार्मेटिक्स आदि ध्यान दिया जाएगा। हम चिकित्सा विज्ञान में दुनिया के कुछ सबसे बड़े नामों के साथ अनुसंधान सहयोग करने की प्रक्रिया में हैं।

देश के बड़े प्रत्यारोपड़ केंद्रों में से एक

डॉ सिंह ने कहा,अस्पताल द्वारा पेश किया जाने वाला व्यापक प्रत्यारोपण कार्यक्रम देश में सबसे बड़े प्रत्यारोपण कार्यक्रमों में से एक होगा। अमृता हॉस्पिटल, कोच्चि ने भारत के पहले दो डबल हैंड ट्रांसप्लांट और देश के पहले अपर-आर्म डबल हैंड ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी के साथ कई अन्य जटिल सर्जरी की है और इसी तरह की महत्वपूर्ण सर्जरी अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद में भी की जाएगी।

कई सुविधाओं से लैस होगा हॉस्पिटल

फरीदाबाद सेक्टर -88 में स्थित यह अस्पताल कुल एक करोड़ वर्ग फुट में बनेगा, जिसमें 14 मंजिल की बिल्डिंग होगी, जहां प्रमुख चिकित्सा सुविधाएं और रोगियों के लिए जगह होगी। यहां ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंसेस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेज, रीनल साइंसेस, बोन डिजीज और ट्रामा, ट्रांसप्लांट, और मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 स्पेशियलिटीज और आठ उत्कृष्टता केंद्र होंगे। संक्रामक रोगों से निपटने के लिए अस्पताल में भारत का सबसे बड़ा विभाग भी होगा।

अमृता हॉस्पिटल के रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव के सिंह के अनुसार यह अत्याधुनिक चिकित्सा अनुसंधान अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा,अस्पताल में एक समर्पित अनुसंधान खंड होगा जो सात मंजिल की इमारत में कुल तीन लाख वर्ग फुट में फैला होगा जिसमें विशेष ग्रेड 'ए' से 'डी' जीएमपी प्रयोगशालाएं होंगी। यहां नए डायग्नोस्टिक मार्कर्स की पहचान करने पर, एआई, एमएल, बायोइंफार्मेटिक्स आदि ध्यान दिया जाएगा। हम चिकित्सा विज्ञान में दुनिया के कुछ सबसे बड़े नामों के साथ अनुसंधान सहयोग करने की प्रक्रिया में हैं।

देश के बड़े प्रत्यारोपड़ केंद्रों में से एक

डॉ सिंह ने कहा,अस्पताल द्वारा पेश किया जाने वाला व्यापक प्रत्यारोपण कार्यक्रम देश में सबसे बड़े प्रत्यारोपण कार्यक्रमों में से एक होगा। अमृता हॉस्पिटल, कोच्चि ने भारत के पहले दो डबल हैंड ट्रांसप्लांट और देश के पहले अपर-आर्म डबल हैंड ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी के साथ कई अन्य जटिल सर्जरी की है और इसी तरह की महत्वपूर्ण सर्जरी अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद में भी की जाएगी।

कई सुविधाओं से लैस होगा हॉस्पिटल

फरीदाबाद सेक्टर -88 में स्थित यह अस्पताल कुल एक करोड़ वर्ग फुट में बनेगा, जिसमें 14 मंजिल की बिल्डिंग होगी, जहां प्रमुख चिकित्सा सुविधाएं और रोगियों के लिए जगह होगी। यहां ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंसेस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेज, रीनल साइंसेस, बोन डिजीज और ट्रामा, ट्रांसप्लांट, और मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 स्पेशियलिटीज और आठ उत्कृष्टता केंद्र होंगे। संक्रामक रोगों से निपटने के लिए अस्पताल में भारत का सबसे बड़ा विभाग भी होगा।