अब मुजफ्फरनगर में भी हो सकेगा कैंसर का इलाज मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दी जानकारी

in #helth2 years ago

IMG-20220414-WA0023.jpgमुजफ्फरनगर : उत्तर भारत में अच्छी क्वालिटी की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में दशकों से उत्कृष्ट संस्थान मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज, नई दिल्ली ने आज मुजफ्फरनगर में अपनी विशेष जीआई एवं एचपीबी (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एवं हीपेटो पैनक्रियाटो बिलियरी) आॅन्कोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू की। यह ओपीडी गैस्ट्रो—इंटेस्टाइनल आॅनकोलॉजी एवं एचपीबी सर्जरी समेत शीर्ष क्वालिटी की डायग्नोस्टिक सेवाएं और टर्शियरी विशेषज्ञता भी उपलब्ध कराएगी।
यह ओपीडी मरीजों को सुलभ और बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं से सक्षम बनाने की दिशा में उठाया गया एक और कदम है। इस केंद्र पर जीआई कैंसर (पेनक्रियाज, पेट, कोलोन, रेक्टम, एनस, बिलियरी सिस्टम और छोटी आंत के कैंसर समेत) के लिए विशेषज्ञ की राय और इलाज उपलब्ध रहेगी।
इस ओपीडी सेवा का उद्घाटन डॉ. विवेक मंगला (जीआई एवं एचपीबी आॅन्कोसर्जरी के निदेशक और प्रमुख, मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज, नई दिल्ली)* ने किया और वह प्रत्येक महीने के दूसरे बृहस्पतिवार को यहां सुबह 11 बजे से 2 बजे दोपहर तक परामर्श देने के लिए उपलब्ध रहेंगे। यह ओपीडी खुलने से अब मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को इलाज के लिए दूसरे शहर जाने की असुविधा झेलने के बजाय अब अपने घर के पास ही बेहतरीन परामर्श और उपचार सुविधा मिल जाएगी।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर कई प्रकार के होते हैं जो जीआई ट्रैक्ट और पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं। इनमें ओसोफेगस, लीवर, पेट, गॉल ब्लाडर, पैनक्रियाज, छोटी आंत, कोलोन, रेक्टम और एनस शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे कैंसर पेट में अल्सर बनने से शुरू होते हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंच जाते हैं। लोगों को यह बताना बहुत जरूरी है कि आॅन्कोलॉजी के क्षेत्र में आई हाल की तरक्की के कारण कैंसर का पूरी तरह इलाज संभव है। यदि शुरुआती जांच कराई जाए तो इससे मरीज के न सिर्फ जीवित बचने की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि उन्हें बेहतर जीवन भी मिल जाता है।
इस मौके पर डॉ. विवेक मंगला ने कहा, 'गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के कारण एसोफेगस, पेट, छोटी और बड़ी आंत, लिवर, गॉल ब्लाडर, पेनक्रियाज आदि समेत जीआई ट्रैक्ट तथा पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इस तरह के कैंसर पेट के किसी भी हिस्से से अल्सर या गांठ के रूप में शुरू होते हैं और बहुत तेजी से दूसरे हिस्से तक फैल सकते हैं। सही समय पर डायग्नोसिस होने से बेहतर इलाज की संभावना बढ़ जाती है और मरीज की आयु लंबी हो जाती है। वहीं देरी से इलाज शुरू कराने पर इसका असर भी कम होता है और मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है। दा विन्सी रोबाटिक सर्जरी जैसी एडवांस्ड सर्जिकल टेक्नोलॉजी की मदद से हम बहुत ही कुशलता से ऐसे मरीजों की सर्जरी कर सकते हैं जिससे उन्हें आॅपरेशन के बाद अस्पताल में कम रहना पड़ता है और रिकवरी भी तेज होती है। महामारी के बाद रोबोटिक सर्जरी की लोकप्रियता बढ़ी है क्योंकि इससे अस्पताल में कम समय रुकना पड़ता है और सर्जरी के बाद की परेशानियां भी कम होती हैं।'
हाल की तरक्की और क्षेत्रीय संपर्क सुविधाओं में आए सुधार से इस क्षेत्र का कोई भी मरीज आपात स्थिति में भी बहुत कम समय में मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज पहुंच सकता है। यह ओपीडी मुजफ्फरनगर के लोगों को अपने घर के पास ही विश्व स्तरीय उपचार समाधान प्रदान करते हुए यहां की स्वास्थ्य अधोसंरचना का एक मजबूत आधार बनेगी।IMG-20220414-WA0022.jpg