बच्चों को बीमारियों से बचाता है नियमित टीकाकरण

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-अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक 16 .67 लाख बच्चों का हुआ नियमित टीकाकरण

  • एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं केसहयोग से कराया जा रहा है टीकाकरण

देवरिया, 14 मई 2023।
सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने एवं शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए समय पर किशोरियों, गर्भवती व बच्चों का नियमित टीकाकरण जरूरी है। यह बच्चों का विभिन्न बीमारियों से बचाव करता है । इसी उद्देश्य से अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच की एक वर्ष की समयावधि में 16 .67 लाख बच्चों का नियमित टीकाकरण जिले में किया गया। एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से शून्य से 16 साल तक के बच्चों का नियमित टीकाकरण कराया जा रहा है।
भीखमपुर रोड निवासी सलोनी (26) बताती हैं कि सात फरवरी 2023 को प्रसव पीड़ा होने पर उनके पति आशीष वर्मा उन्हें लेकर जिला महिला अस्पताल गए। वहां सरकारी सुविधाओं के साथ चिकित्सकों के सहयोग से उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे दर्श को जन्म दिया। बच्चे को 24 घंटे के भीतर ओपीवी, बीसीजी और हेपेटाइटिस बर्थ डोज का टीका अस्पताल में लगाया गया। अस्पताल में ही बच्चे के टीकाकरण के लिए एमसीपी कार्ड स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दिया गया। कुछ दिनों बाद अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। चार दिन बाद आशा कार्यकर्ता बिंदू गुप्ता घर पर आई। उन्होंने बच्चे के सही देखभाल की सलाह दी। आशा ने यह भी बताया कि बच्चे का डेढ़ माह पर आंगनबाड़ी केंद्र पर बीमारियों से बचाव के लिए पुनः टीकाकरण कराया जायेगा। डेढ़ माह पूरे होने पर आशा कार्यकर्ता बिंदू सुबह घर आईं और टीकाकरण के लिए प्रेरित किया । सलोनी अपने बच्चे को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र भीखमपुर रोड लेकर गई। केंद्र पर दर्श को एएनएम मीनाक्षी शाही ने ओपीवी का पहला, आरवीवी का पहला, एआईपीवी का पहला, पीसीवी का पहला और पेंटा का पहला टीका लगाया। एएनएम ने बताया कि अब दर्श को ढाई माह पर टीका लगेगा और यह भी बताया कि बच्चे को लगने वाले टीके उसे बीमारियों से बचाएंगे। सलोनी ने ढाई माह बाद फिर टीकाकरण सत्र पर पहुंचकर दर्श को ओपीवी का दूसरा, आरवीवी का दूसरा और पेंटा का दूसरा डोज लगवाया।

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कारगर है टीका

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि टीकाकरण बच्चों को डिप्थेरिया, काली खांसी, हेपेटाइटिस बी, टेटनेस, पोलियो, टीबी व खसरा जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए जरुरी है। नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन एएनएम सब सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किया जाता है।