रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत गोष्ठी का हुआ आयोजन

in #health2 years ago

IMG-20220811-WA0015.jpgहरदोई। बुधवार 28 सितंबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्व रैबीज दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें स्वास्थ्य के चिकित्सा अधिकारियों, कार्मिकों के अतिरिक्त शिक्षा विभाग, जिला पंचायती राज विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, आई०एम०आई०, जिला नेहरू युवा केन्द्र, सर्वाेदय आश्रम आदि के अधिकारियों/कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

इस गोष्ठी में डा० अनिल पंकज जिला सर्विलांस अधिकारी एवं डा० सी०बी० सिंह एपिडेमियोलॉजिस्ट द्वारा अवगत कराया गया कि रैबीज रोग ज्यादातर रैबीज वायरस से संक्रमित कुत्तों के काटने, पंजा मारने या कटी हुई त्वचा पर चाटने से फैलता है। इसके इसके अतिरिक्त यह रोग बंदर, बिल्ली सियार जैसे जंगली जानवारों के काटने से भी हो सकता है। गोष्ठी में बताया गया कि इस रोग की विभिन्न अवस्थाओं के बारे में बताते हुये अवगत कराया गया कि यदि इन जानवरों की लार व्यक्ति के किसी जख्मी अंग के सम्पर्क में आती है तो उसे अनिवार्य रूप से 24 से 48 घण्टों में एण्टीरैबीज वैक्सीन लगवानी चाहिये अन्यथा की दशा में यह रोग जानलेवा भी हो सकता है। इसके अतिरिक्त बचाव हेतु पूर्व में ही एण्टीरैबीज टीकाकरण करवाना चाहिये। अंत में जिला सर्विलांस अधिकारी द्वारा जनमानस से अपील की गयी कि यदि किसी व्यक्ति को कुत्ता/बिल्ली/बंदर/सियार जैसे जानवरों द्वारा काट लिया जाता है तो उसे निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क स्थापित कर चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिये।