चिकित्सक नहीं मिल रहे तो निजी काॅलेजों का सहारा लेगा स्वास्थ्य विभाग

in #health5 days ago

बागपत 14 सितंबर : (डेस्क) जिले में कमी के बावजूद चिकित्सक नहीं मिल रहे हैं।मरीजों का इलाज कराने के लिए विभाग को निजी काॅलेजों के चिकित्सकों पर निर्भर होना पड़ रहा है।स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के इलाज के लिए सुभारती अस्पताल के साथ अनुबंध किया है।

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बागपत जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, जहां चिकित्सकों की कमी के बावजूद मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने निजी कॉलेजों के चिकित्सकों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। हाल ही में सुभारती अस्पताल के साथ एक अनुबंध किया गया है, जिसके तहत वहां के चिकित्सक महीने में एक बार बागपत में मरीजों का इलाज करेंगे।

जिले में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की संख्या में कमी के चलते मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में, स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों और कॉलेजों के चिकित्सकों की सेवाएं लेने का निर्णय लिया है।

सुभारती अस्पताल के चिकित्सक अब बागपत में मरीजों की देखभाल करेंगे, जिससे स्थानीय निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यह कदम मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

हालांकि, इस व्यवस्था के लागू होने के बाद भी स्थानीय निवासियों में चिंता बनी हुई है। कई लोगों का मानना है कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि मरीजों को बिना किसी बाधा के इलाज मिल सके।

स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि वे इस समस्या का समाधान करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और चिकित्सकों की भर्ती की प्रक्रिया को तेज करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वे सुभारती अस्पताल के चिकित्सकों की सेवाओं का सही और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करेंगे।

इस प्रकार, बागपत में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने के लिए उठाए गए कदमों के बावजूद, चिकित्सकों की कमी एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। स्थानीय निवासियों की उम्मीद है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और जल्द ही स्थायी समाधान निकालेगा।