आंगनबाड़ी केंद्रों पर महिलाओं को दी जा रही सही पोषण की जानकारी
हाथरस, 24 जुलाई। बाल विकास सेवा पुष्टाहार विभाग द्वारा किशोरियों, महिलाओं व बच्चों को सेहतमंद बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर किशोरियों और महिलाओं को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए जा रहे हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पात्र लोगों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बताती हैं कि गर्भवती, धात्री महिलाओं को आयरन कैल्शियम की गोलियां, गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड, चना, फल दूध दही का सेवन करना चाहिए। महिलाओं को जानकारी दी जाती है कि छह माह तक केवल मां का दूध ही शिशु को पिलाएं। उसके बाद दूध के साथ साथ पौष्टिक ठोस आहार उम्र के अनुसार देना चाहिए। लाभार्थियों को समय पर टीकाकरण पूर्ण करवाने के लिए कहा जाता है। साथ ही जीरो से 5 वर्ष के बच्चों का वजन एवं ऊंचाई लंबाई लिए जाते है और उनके अभिभावकों को वजन की श्रेणी के बारे में भी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा कमजोर बच्चों के लिए अभिभावक को एनआरसी में बच्चे को भर्ती कराने के लिए प्रेरित किया जाता है।
लाभार्थी इंद्रा देवी ने बताया कि वह गर्भवती हैं, आंगनबाड़ी केंद्रों पर हमें कई प्रकार की जानकारी दी जाती है। आंगनबाड़ी बहनजी द्वारा हमें पौष्टिक आहार के सेवन के लिए कहा जाता है। शाइना ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र पर उन्हें हरी पत्तेदार सब्जी, कैल्शियम की गोली खाने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा भी उन्हें विभिन्न जानकारियां और सुविधाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता द्वारा दी जाती है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) धीरेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए उचित पोषण आहार की बेहद जरूरी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों के घर-घर जाकर कुपोषण से बचने के सभी उपायों के साथ ही स्तनपान के बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि स्तनपान किसी भी शिशु का अधिकार होता है। शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्तनपान अति आवश्यक है। साथ ही किशोरियों और महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए टिप्स दिए जाते हैं। प्रत्येक महिला स्वस्थ बच्चे को जन्म देना चाहती है। इसके लिए गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना बेहद जरूरी है।