निजी आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सको से टीवी रोगियों को नोटिफाड करने के लिए सहयोग मांगा गया

in #hathras2 years ago

IMG-20220618-WA0019.jpgहाथरस -जिला क्षय रोग केन्द्र हाथरस पर जिला क्षय रोग अधिकारी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद के निजी क्षेत्र के सभी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सकों की बैठक आहूत की गयी।
डा0 प्रवीन कुमार भारती जिला क्षय रोग अधिकारी हाथरस द्वारा बताया गया कि टीबी दो प्रकार की होती है एक पल्मोनरी दूसरी एक्स्ट्रा पल्मोनरी। पल्मोनरी के 85 प्रातिशत रोगी होते हैं और एक्स्ट्र पल्मोनरी के 15 प्रतिशत रोगी होते हैं। इसके लक्षण होते हैं- दो सप्ताह से खॉसी, खॉसी के साथ बलगम व बलगम में खून का आना, सुबह-शाम हल्का बुखार का होना, भूख न लगना, बजन में गिरावट होना, रात को पसीना आना। साथ ही अवगत कराया कि जनपद के सभी प्राइवेट आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सकों को अब टीबी रोगियों की सूचना निःक्षय पोर्टल पर अंकित करानी अब आवश्यक हो गयी है।
डा0 भारती ने बताया कि इस सम्बन्ध में डा0 वेदब्रत सिंह महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ के द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश से क्षय उन्मूलन काय्रक्रम वर्ष 2025 का लक्ष्य रखा है । टीबी का रोगी प्राइवेट चिकित्सक या सरकारी चिकित्सालय से दवा ले रहा हो लेकिन उसे निःक्षय पोषण योजना का लाभ प्रतिमाह रु0 500/ की धनराशि उसके बेंक खातेें भेजी जाती है।
डा0 भारती द्वारा बैठक मंें उपस्थित सभी चिकित्सकों से अनुरोध किया गया कि आप संभावित टीबी रोगियों को जॉच हेतु पास के सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र पर भेजें, जिन रोगियों में क्षय रोग की पुष्टि होने पर निजी क्षेत्र के आयुष, यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सकों को प्रति मरीज रु0 500/ की धनराशि उनके पंजीकृत बेंक खाते में भेजी जायेगी। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोगियों को सभी सुविधाऐं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

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