जनपद कारागारों में निरूद्ध विचाराधीन बंन्दियों की रिहाई के लिए चलाया जा रहा अभियान।

in #hathras2 years ago

हाथरस-राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों के अनुसार ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव’’ की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जनपद की कारागारों में निरूद्ध विचाराधीन बंन्दियों की रिहाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जिसके सम्बन्ध में दिनांक 12.08.2022 को प्रातः 10ः30 बजे जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस मृदुला कुमार की अध्यक्षता में जनपद न्यायाधीश के विश्राम कक्ष में ‘‘अण्डर ट्रायल रिव्यू कमैंटी’’ की चतुर्थ बैठक सम्पन्न क गयी। बैठक का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हाथरस की सचिव अपेक्षा सिंह द्वारा किया गया।
जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष महोदया द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला कारागार, अलीगढ़ में निरूद्ध विचाराधीन सात वर्ष तक की सजा वाले बन्दियों को 75वीं ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव’’ के उपलक्ष्य में बन्दियों की रिहाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सभी प्रकार के बन्दियों को लाभ दिया जाना है। आज की बैठक में अपर जिला मजिस्ट्रेट मौ. मोईन उल इस्लास, अपर पुलिस अधीक्षक, प्रकाश कुमार उपस्थित हुये।
इसके अतिरिक्त जनपद न्यायाधीश द्वारा दिनांक 13.08.2022 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में राजस्व वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में अपर जिला मजिस्ट्रेट से जानकारी ली गयी। अपर जिला मजिस्ट्रेट, हाथरस द्वारा अवगत कराया गया है कि अब तक राजस्व के लगभग पन्द्रह हजार से अधिक मामलों को नियत किया जा चुका है, जिनको अधिक से अधिक संख्या में निस्तारण के लिए समस्त प्रशासनिक अधिकारीगण को निर्देशित किया गया है।
जनपद न्यायाधीश द्वारा जानकारी देते हुये बताया है कि राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उददेश्य यह है कि सुलह-समझौता के आधार पर निस्तारण योग्य अधिक से अधिक वादों का समाधान हो सके और विभिन्न न्यायालयों विचाराधीन वादों की संख्या में कमी के साथ लोगों को शीध्र न्याय भी मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बार विभिन्न प्रकार के बीस हजार से अधिक वाद नियत किये गए है, जिनके समाधान के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।IMG-20220812-WA0005.jpg