संविलियन विद्यालय का डीएम ने किया औचक निरीक्षण।

in #hathras2 years ago

हाथरस - विकासखंड मुरसान के ग्राम पंचायत अहवरनपुर के संविलियन विद्यालय का प्रातः 10 बजे औचक निरीक्षण कर जिलाधिकारी रमेश रंजन ने प्रधानाचार्य को समय-समय पर पेरेंट्स मीटिंग तथा किसी पाठ को पढ़ाने के पश्चात छात्र-छात्राओं से उसी पाठ को पढ़वाने व गणित के प्रश्नों को श्यामपट्ट पर हल कराने के निर्देश दिए।IMG-20220823-WA0015.jpg
जिलाधिकारी ने उपस्थित प्रधानाचार्य गिर्राज सिंह से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात अध्यापकों तथा पंजीकृत छात्र-छात्राओं के बारे में जानकारी की। जिस पर प्रधानाचार्य ने बताया कि दोनों विद्यालयों में कुल 13 अध्यापक/अध्यापिका तैनात हैं। जिसमें से 9 सहायक अध्यापक, 3 अनुदेशक तथा एक शिक्षामित्र तैनात है। दोनों विद्यालयों में कुल 449 छात्र/छात्राऐं पंजीकृत हैं। कक्षा-1 में 69, कक्षा-2 में 61, कक्षा-3 में 44, कक्षा-4 में 58, कक्षा-5 में 66, कक्षा-6 में 54, कक्षा-7 में 52 तथा कक्षा-8 में 45 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण एवं ड्रेस हेतु अभिभावकों के खाते में भेजे जाने वाली धनराशि के संबंध में जानकारी करने पर प्रधानाचार्य ने बताया कि अभी किताबें प्राप्त नहीं हुई है। IMG-20220823-WA0010.jpgइस वर्ष जो बच्चे पास होकर अगली कक्षा में गए हैं। उन बच्चों की किताबें मंगाकर इस वर्ष अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को वितरित की गई हैं। ड्रेस बनवाने हेतु 322 छात्र-छात्राओं के अभिभावको के खातें में धनराशि भेजी गई है। जिलाधिकारी ने शेष सभी छात्र-छात्राओं के अभिभावको के खातें में धनराशि तत्काल भेजने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से दूरभाष के माध्यम से वार्ता की कि अभी तक जितनी पाठ्य पुस्तकें प्राप्त हो गयी हैं, उनको तत्काल वितरण कराते हुए प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। IMG-20220823-WA0014.jpg
जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम कक्षा-7 का निरीक्षण किया। जहाँ पर उपस्थित शिक्षिका सरिता भारद्वाज से कक्षा में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष उपस्थित छात्रों के बारे में जानकारी की। शिक्षिका ने बताया कि कक्षा-7 में 54 छात्र/छात्राऐं पंजीकृत हैं। जिसमें से आज 31 छात्र उपस्थित हैं। जिलाधिकारी ने कक्षा में उपस्थित छात्र शीतल, सुमित व नदीम से अंग्रेजी की किताब के पाठ-6 को पढ़वा पर देखा, परंतु छात्र ठीक ढंग से अंग्रेजी के पाठ को नहीं पढ़ पाएIMG-20220823-WA0012.jpg
इसके पश्चात उन्होंने कक्षा-6 का निरीक्षण किया। उपस्थित शिक्षिका से छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के बारे में जानकारी की। जिस पर उन्होंने बताया कि सभी बच्चे उपस्थित हैं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ बच्चों ने ड्रेस नहीं पहनी हुई है जिस पर जिलाधिकारी ने ड्रेस बनवाने हेतु धनराशि को अभिभावकों के खाते में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धनराशि भेजने के उपरांत यदि कोई छात्र/छात्रा ड्रेस पहनकर नहीं आता है तो उनके अभिभावकों से वार्ता कर ड्रेस बनवाने के लिए कहें। जिलाधिकारी ने अंग्रेजी के प्रथम अध्याय को छात्रा तान्या से पढ़वाकर देखा। जिसके द्वारा सही ढंग से पाठ को पढ़ा गया तथा उसका हिंदी में अनुवाद भी सुनाया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की। इसके पश्चात उन्होंने छात्र-छात्राओं से गणित के कुछ प्रश्नों जैसे परिमेय, अपरिमेय संख्या, संख्याओं को आरोही व अवरोही क्रम में व्यवस्थित करने, भिन्न वाली संख्या में छोटी और बड़ी संख्या को छांटना संबंधित प्रश्नों को श्यामपट्ट पर हल कराया। जिसका किसी भी छात्र/छात्रा द्वारा ठीक ढंग से उत्तर नहीं दिया गया। छात्रा तनु से महात्मा गांधी का चित्र श्यामपट्ट पर बनवा कर देखा। इसके पश्चात उन्होंने कक्षा-8 का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अंग्रेजी, विज्ञान की पुस्तक के पाठ को पढ़वाकर देखा तथा गणित के प्रश्नों को श्यामपट्ट पर हल कराया। गणित के पूछे गये प्रश्नों का छात्र/छात्राओं द्वारा संतोषजनक उत्तर न दिए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य से कहा कि छात्राओं को किसी भी विषय के पाठ को पढ़ाने के पश्चात छात्र-छात्राओं से पढ़वाने तथा गणित के प्रश्नों को समझाने के बाद छात्र छात्राओं से श्यामपट्ट पर हल कराएं। जिससे उनकी गणित जैसे कठिन विषय में रूचि बढ़े और विषय वस्तु को समझने में आसानी रहेगी।IMG-20220823-WA0015.jpg जो छात्र पढ़ने में कमजोर हैं वह दूसरे छात्रों को श्यामपट्ट पर प्रश्नों को हल करने से प्रेरित होंगे तथा पढ़ने में रुचि लेंगे। उन्होंने कहा कि जो बच्चे यहां पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें। उन्होंने अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जो छात्र सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे संगीत, नृत्य, कला आदि क्षेत्रों में रूचि रखते हों उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु प्रतियोगिताओं का समय-समय पर आयोजन कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी, प्रधानाचार्य, शिक्षक/शिक्षिका आदि उपस्थित रहे।