सीमित संसाधनों व दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते हिमालय की चोटियों पर लहराया तिरंगा

in #hardoi2 years ago

IMG-20220924-WA0074.jpgहरदोई कोतवाली कछौना क्षेत्र के अंतर्गत किसान चंद्रपाल मौर्य का 21 वर्षीय पुत्र अभिनीत कुमार मौर्य सीमित संसाधनों व दृढ़ इच्छाशक्ति से हिमालय की दो चोटियों पर कड़े संघर्ष के बाद चढ़कर हिंदुस्तान का तिरंगा लहराया। इस साहसिक कदम से उसने अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया। पर्वतारोही अभिनीत मौर्य को पढ़ाई के दौरान पर्वतारोही बनने का सपना पैदा हो गया जिससे उसे इंटर में शिक्षा के दौरान हाथ में एंड्राइड फोन हाथ आने पर उसे पर्वतारोही के बनने की जानकारी मिली। उसके मन में अपने लक्ष्य को पाने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति पैदा हो गई। इसी दौरान बिहार में पर्वतारोही मिताली प्रसाद से संपर्क में आए। उन्होंने पूरा ज्ञान दिया उनके संपर्क में रहकर जम्मू के पहल गांव से इंस्टिट्यूट से प्रशिक्षण प्राप्त किया ।

IMG-20220924-WA0076.jpgभारत की प्रथम महिला एवरेस्ट चढ़ने वाली बछेंद्री पाल से प्रेरित हुई है। पहली यात्रा के दौरान टेबल टॉपिक जम्मू कश्मीर में स्थित चोटी 12506 की महक 8 घंटे की कड़ी मेहनत से 15 जून 2022 को फतेह हासिल की। दूसरा अचीवमेंट 13 सितंबर 2022 को माउंट मचोई पीक द्वारा ग्रास कारगिल जम्मू कश्मीर के समीप छोटी ऊंचाई 19907 किटको फतेह हासिल की। 11 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद देश का आन बान शान तिरंगा को फहराया। मध्यम परिवार के कारण अपने लक्ष्यों को पूरा करने के आर्थिक संकट खड़े हो गए हैं। अपने आगे के लक्ष्य को पाने के लिए सहयोग के लिए जिला प्रशासन, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, उच्च शिक्षा मंत्री रजनी तिवारी, सांसद अशोक रावत, विधायक रामपाल वर्मा से सहयोग की अपील की। सभी ने उनके हौसलों को बढ़ाया। अपने युवा पर्वतारोही के सपनों को साकार करने में सहयोग का आश्वासन दिया।

IMG-20220924-WA0075.jpgयुवा पर्वतारोही अभिनीत कुमार मौर्य ने बताया कि हमारा लक्ष्य दिसंबर माह 2022 में माउंट किलि मंजारो अफ्रीका महाद्वीप पर चढ़ाई का है। मार्च 2023 में मिशन माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का करना है। युवा पर्वतारोही को बड़े भाई नागेश पिता चंद्रपाल को जाता है जो अपने बच्चे की प्रतिभा पर विश्वास किया। पर्वतारोही अभिनीत मौर्य ने युवा साथियों को संदेश देते हुए बताया कि अपने मन में जो सपना है उसको कभी ना तोड़े वही आपका जीवन है। उसको पाने के लिए दृढ़ संकल्प व जुनून की जरूरत है। युवा पर्वतारोही ने इस सफलता से अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया। उस युवा साथी के हौसले को सभी सलाम कर रहे हैं।