- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के बैनर तले हुआ प्रदर्शन
- शिक्षक बोले विसंगतियों पर ध्यान दे सरकार
हरदोई।
शुक्रवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के सामने शिक्षकों ने अपनी आवाज बुलन्द की। एक दिवसीय धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे उत्तर प्रदेश माध्यमिक संघ एकजुट के जिलाध्यक्ष सुधीर गंगवार ने कहा कि अरसे से माध्यमिक शिक्षक विसंगतियों को लेकर जूझ रहे हैं। लगातार मांगों के बावजूद शासन की ओर से लंबित प्रकरणों का निस्तारण नही किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन अधिनियम 2023 में शिक्षक व कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा धारा को सम्मिलित कर उन्हें चली आ रही निरन्तर कठिनाईयों से निजात दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य राज्यों की तरह पुरानी पेंशन बहाल करे जिससे शिक्षक व कर्मचारियों का बुढापा सुदृढ़ हो सके इसके साथ ही चिकित्सीय सुविधा, समान पदोउन्नति व्यवस्था, प्रधानाचार्य का पद लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाए। प्रवक्ता पद के चयन वेतनमान विसंगति दूर की जाए। वहीं जिन माध्यमिक स्कूलों को अनुदान नही मिलता है तैनात शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। जिलाध्यक्ष ने मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन व अधिकारियों की उपेक्षाकृत रवैया के कारण शिक्षक व कर्मचारी कठिनाई उठा रहे हैं। संगठन शिक्षकों के हित में लगातार संघर्ष करता रहेगा। संगठन के अनुज कुमार, चन्द्रेश कुमार, पंकज प्रताप सिंह, उमेश वर्मा, अंशुल गंगवार, राजवीर सिंह यादव, हंसराज कुशवाहा, अरविन्द कुमार ने समस्याओं को लेकर विचार व्यक्त किए। पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार व अधिकारियों को शिक्षक व माध्यमिक कर्मचारियों के समस्यात्मक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। जिसके बाद जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित 10 सूत्रीय ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक बाल मुकुंद प्रसाद को सौंपा। इस मौके पर जिला भर के शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।