मार्ग के दोनो ओर उगी झाड़ियां राहगीरों की मौत को दे रही दावत, जिम्मेदार मौन

in #hardoi2 years ago

Screenshot_20220930_101711.jpgकछौना/हरदोई :- लोक निर्माण विभाग की उदासीनता के चलते संडीला गौसगंज होते हुए मल्लावां मार्ग के दोनों ओर उगी झाड़ियां अब राहगीरों को मौत की दावत दे रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार रात में झाड़ियों के चलते तीन बाइक सवार युवकों को ट्रक ने रौंद दिया। इन तीनों युवकों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। इससे पूर्व भी सड़क दुर्घटना में कई राहगीर मौत के घाट उतार चुके हैं। जबकि बारिश का मौसम आने से पहले व बाद में लोक निर्माण विभाग को मार्ग के दोनों ओर की उगी झाड़ियां को साफ करने का प्रावधान है। मार्ग के दोनों किनारे झाड़ियां आने के कारण दो पहिया व पैदल चलने वाले लोग चुटहिल होकर सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। इस मार्ग पर दर्जनों विद्यालय हैं। सैकड़ों छात्र-छात्राओं का प्रतिदिन इस मार्ग से पैदल/साइकिल व अन्य वाहनों से आवागमन रहता है। विभागीय अधिकारियों की शिथिलता के चलते विद्यार्थी अपना जीवन खतरे में डालकर शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं। मार्ग पर चलते समय पीछे से वाहन आते समय जब भी बाइक सवार किनारे जाते हैं। तब कंटीली झाड़ियों में उलझकर चुटहिल हो जाते हैं। किनारे नहीं जाने पर दुर्घटना होने का अंदेशा सताता है। किनारे जाने पर उनमें उलझकर/फंसकर चुटहिल होने का डर भी लगा रहता है। मार्ग पर ऐसे वाक्या रोज ही देखने को मिल रहे हैं। गौरतलब है कि बरसात के दिनों में मार्गों के किनारे कंटीली झाड़ियों का उग आना आम बात है। लेकिन यह झाडिया विभाग द्वारा कटवाई जाती है। लेकिन कई वर्षों से विभाग द्वारा झाड़ियां कटवाई नहीं गई है। जो साइकिल, बाइक व पैदल मार्ग पर चलने वालों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। इस पूरी मार्ग पर जगह जगह दोनों किनारे फुटपाथ पर कटीली झाड़ियां हैं। जिससे मार्ग राहगीरों को दोनों ही तरफ से परेशानी है। अगर किनारे से हटकर मार्ग के बीच में बाइक चलाएं तो दुर्घटना हो जाती हैं। इस मार्ग पर झाड़ियों के कारण कई बाइक सवारों की सड़क दुर्घटना में जान चली गई। दर्जनों राहगीर इन झाड़ियों का शिकार हो चुके हैं। राहगीरों को झाड़ियों से चुटहिल होने का डर अगर पैदल/दोपहिया वाहन बीच मार्ग में चलाएं तो दुर्घटना होने की संभावना, इसलिए यह कहानी चरितार्थ हो रही है कि एक तरफ कुंआ और एक तरफ खाई। अब किधर जाना है, यह तो राहगीरों को जानजोखिम में डालकर तय करना है।