जिले के कछौना इलाके में हाईटेक तरीके से चल रहा सट्टे का काला कारोबार

in #hardoi2 years ago

IMG-20220909-WA0301.jpg◆ सट्टेबाजी के ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए विशेष टीम गठित कर ठोस कार्रवाई की जाएगी-पुलिस अधीक्षक

कछौना(हरदोई) :- जनपद हरदोई के विभिन्न इलाकों में क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी का काला कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। बदलते दौर के साथ सट्टेबाजी का खेल हाईटेक हो गया है और मोबाइल और इंटरनेट के जरिये सटोरिये घर बैठे मोबाइल ऐप, लिंक व साइट्स के द्वारा रोजाना हजारों-लाखों रुपयों के दांव लगाते हैं। जिले की कोतवाली कछौना इलाके में एक लंबे अरसे से हाईटेक तरीके से क्रिकेट मैचों पर सट्टेबाजी का खेल संचालित है। कछौना में कुटीर उद्योग का रूप ले चुके ऑनलाइन सट्टे की जद में आकर कई छात्रों, युवाओं, लोगों का भविष्य व घर बर्बाद हो चुका है। वहीं कछौना पुलिस भी अरसे से बेखौफ चल रहे सट्टेबाजी के इस काले कारोबार पर नकेल कसने में अभी तक नाकाम रही है।

बताते चलें कि जिले का कोतवाली कछौना क्षेत्र क्रिकेट मैचों में सट्टेबाजी का काला कारोबार करने वालों का बड़ा हब बना हुआ है। यहाँ अंतर्राष्ट्रीय मैचों के अलावा दुनिया भर में खेली जाने वाली प्रमुख क्रिकेट लीग जैसे आईपीएल, बिगबैश, आईपीएल, सीपीएल आदि के प्रत्येक मैचों पर हजारों-लाखों रुपयों का दांव लगाया जाता है। भारत में खेली जाने वाली प्रमुख क्रिकेट लीग आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के दौरान यहां सट्टेबाजी का खेल अपने चरम पर रहता है। सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में नगर में सट्टेबाजी का बाजार गर्म है। 27 अगस्त से शुरू हुए एशिया कप के मैचों के अलावा अन्य अंतर्राष्ट्रीय मैचों के साथ कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) के मैंचों पर भी सटोरिये रोजाना लाखों के दांव लगा रहे हैं। कछौना क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से इस काले कारोबार को बढ़ा रहे कुछ लोगों द्वारा क्रिकेट मैचों पर हाई-प्रोफाइल ऑनलाइन सट्टा खिलाने का खेल लगातार संचालित है। इस खेल में किस्मत आजमाने वालों में बड़ी संख्या युवाओं और छात्रों की है जो जल्द अमीर बनने के लोभ में अपने परिवार की जमा पूंजी व अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।

कछौना क्षेत्र में वर्षों से चल रहा सट्टे का काला कारोबार कई घरों के साथ कई युवाओं और छात्रों का भविष्य बर्बाद कर चुका है, और ना जाने कितने घर अभी बर्बाद होने बाकी हैं। सूत्रों की मानें तो इलाके में सट्टे के कारोबार को बेखौफ संचालित रखने वाले बड़े सटोरियों, सरगनाओं को क्षेत्रीय नेताओं, उद्योगपतियों और इलाके के रसूखदार लोगों का संरक्षण प्राप्त है। ऑनलाइन सट्टेबाजी से होनी वाली ब्लैक मनी की कमाई को दिखावे के लिए व्यापार आदि पर ह्वाइट मनी में कन्वर्ट किया जाता है। इसके अलावा नगर के कई प्रतिष्ठित परिवारों के लोग भी इस खेल में सम्मिलित हैं। हाईटेक तरीके से संचालित सट्टे के खेल पर आज तक स्थानीय पुलिस नकेल कसने में नाकाम रही है। हांलांकि क्रिकेट मैचों की शुरुआत होते ही पुलिस और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो जाती हैं, सट्टेबाजों पर नकेल कसने के लिए अपने मुखबिरों को अलर्ट कर दिया जाता है लेकिन उसके बाद भी इस कारोबार में शामिल बुकियों और सटोरियों तक पहुंचना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। कछौना पुलिस की नाक के नीचे नगर में वर्षों से चल रहे सट्टेबाजी के काले कारोबार ने पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। पुलिस की नाकामी की वजह से इस खेल में पुलिस की संलिप्तता होने की आशंका भी जताई जाती रही है।

IMG-20220909-WA0300.jpg◆ स्टिंग ऑपरेशन में मिले अहम सुराग

कछौना क्षेत्र में क्रिकेट मैचों पर धड़ल्ले से चल रहे ऑनलाइन सट्टे के काले कारोबार के विरुद्ध एक स्टिंग ऑपरेशन में काफी अहम सुराग हाथ लगे हैं। जिनके अनुसार सट्टेबाजी के इस खेल के तार कछौना नगर के रेलवेगंज क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। सट्टा खेलने और खिलाने के तौर तरीकों में अब काफी बदलाव आया है। इस काले कारोबार में हाईटेक संसाधनों का उपयोग हो रहा है। मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया ने इसे और आसान बना दिया है। इसके अलावा जो अन्य चीजे सामने आई हैं उनके अनुसार कछौना क्षेत्र में सट्टे का कारोबार करने वालों द्वारा सट्टा खेलने के शौकीन लोगों को मोबाइल ऐप, लिंक और पासवर्ड दिया जाता है। सट्टा खेलने वाले व्यक्ति जिसे सट्टेबाजी की दुनिया में 'पंटर' कहा जाता है, के द्वारा जमा की गई धनराशि(सिक्योरिटी मनी) को ऐप या साइट पर क्वाइन के रूप प्रदर्शित किया जाता है। लिंक पर पासवर्ड की सहायता से लॉगिन करने के बाद सटोरियों (पंटरों) द्वारा मैच की हार-जीत से लेकर हर बॉल और हर ओवर पर हजारों-लाखों का सट्टा आसानी से घर बैठे खेला जाता है। इसके अलावा स्टिंग ऑपरेशन में कई अन्य महत्वपूर्ण तथ्य भी हाथ लगे हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि कछौना क्षेत्र अब सटोरियों के एक हैडक्वार्टर का रूप ले चुका है। यदि जांच एजेंसियों और पुलिस द्वारा गहनता से इस संबंध में जांच पड़ताल की जाए तो कछौना क्षेत्र में संचालित हाईटेक सट्टेबाजी के काले कारोबार से जुड़े कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आ सकते हैं।

इस प्रकरण के संदर्भ में जब जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि सट्टेबाजी के ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए विशेष टीम गठित कर ठोस कार्रवाई की जाएगी। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी अनिल कुमार यादव ने बताया कि सट्टेबाजी की सूचनाओं पर पुलिस लगातार कार्रवाई करती रहती है। संबंधित को निर्देशित कर कछौना क्षेत्र में भी सट्टेबाजी जैसे अवैध काम करने वालों के विरुद्ध विशेष तौर पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।