कवि की एक रचना ओएमजी व बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल

in #hardoi2 years ago

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हरदोई।।
कस्बा पाली के युवा कवि शारद पंडित उपनाम से सम्मानित प्रशान्त कुमार “पी.के.” की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में सृजित एक रचना “हे कृष्ण कहो कब आओगे, कब मुरली मधुर बजाओगे” दो वर्ल्ड रिकॉर्ड – बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और ओ एम जी वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुई।

आपको बताते चलें शारद पंडित जी सामान्यतः मंच कम साझा करते हैं परंतु समाज में विभिन्न अवसरों पर विभिन्न विषयों सामाजिक कुरीतियों, घटनाओं, पर सृजन करते रहते हैं। कविताओं का और वह इन्हें समाज में फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम ट्विटर और व्हाट्सएप के माध्यम से जन जन तक पहुंचाकर समाज के लोगों को इनके बारे में जागरूकता फैलाने में निरंतर प्रयासरत रहते हैं आये दिन इनकी रचनाएं पत्रिकाओं, समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होती रहती हैं।

वह बताते हैं कि जब महज 14 या 15 साल के थे तो उन्होंने कुछ घटनाओं पर अपने भावों को प्रकट करने का प्रयास किया फिर क्या था तब से वह ऐसी बहुत सी घटनाओं, समस्याओं, विषयों पर निरन्तर लिखने लगे, हालांकि उनका कहना है कि उन्हें किसी भी विधा विशेष का विशेष ज्ञान नही है परंतु फिर भी उनकी रचनाओं को पढ़ने वाले उनके अपने देश प्रदेश के ही नही बल्कि विदेशों तक के सुधी पाठकजन उन्हें विशेष प्यार दुलार देते हैं उनको भावनात्मक रचनाओं को पसंद करते हैं। उनके इन भावपूर्ण रचनाओं के कई राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय जाने माने कवि/कवयित्री जन उनसे व्यक्तिगत जुड़े हुए हैं।

वर्ल्ड रिकॉर्ड
उन्होंने बताया कि उनके पास कई चैंनलों, मंचों पर जाकर रचनाओं को पढ़ने का मौका आये दिन मिलता रहता है परंतु वह आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण नही पहुँच पाते। फिरभी उनकी कविताओं के चलचित्र लोकल यूट्यूबर और न्यूज़चैनल के लोगों द्वारा वायरल करने पर उनकी रचनाओं सोशलमीडिया पर अत्यंत पसन्द किया जाता है। वह अपनी आगे की शिक्षा अध्ययन के साथ साथ कुछ धनोपार्जन हेतु स्थानीय महाविद्यालय, विद्यालयों में अंग्रेजी अध्यापक व स्काउट मास्टर के रूप में अध्यापन व कोचिंग क्लासेज पढ़ाकर खुद को आगे बढ़ाने में प्रयासरत हैं। उनके पिता श्री रामप्रताप जी भारतीय डाक विभाग में पोस्टमैन पद पर सेवारत हैं और माता एक कुशल गृहिणी हैं।

प्रशान्त जी के परिवार में सभी भाई बहन स्काउटिंग की हुई है और स्काउट/गाइड, नेहरू युवा केन्द्र आदि बहुत सी समाज सेवी संस्थाओं के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक कार्यों में सेवाकार्यों में अग्रसर रहते हैं उनके परिवार में स्काउट गाइड में चार भाई बहनों ने राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त किया वहीं सबसे बड़े भाई विकास कुमार ने प्रशान्त कुमार व उनसे छोटे भाई ललितमोहन ने स्काउटिंग का सर्व श्रेष्ठ पुरस्कार लक्ष्मी मजूमदार व प्रधानमंत्री शील्ड सम्मान भी प्राप्त किया। हाल ही में प्रशांत जी ने कई राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त किये।

इससे पूर्व उन्हें कई मंचों पर लगभग 200 से अधिक सम्मान भी प्राप्त हुए। अब तक उनकी 300 से अधिक रचनाओं को पत्रिकाओं, समाचार पत्रों आदि में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी इस अनूठी उपलब्धि के लिए उनके माता पिता ने अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की।