लूटेरों की पुलिस को खुली चुनौती

in #hardoilast year

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दिनदहाड़े तमंचे के बल पर दंपति से की लूटपाट

हरदोई

विगत कई महीनों से हो रही चोरियों का स्थानीय पुलिस खुलासा नहीं कर पाई थी कि दिनदहाड़े लुटेरों ने पुलिस को चुनौती देते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया। अंतिम संस्कार से लौट रहे दम्पति को बाइक सवार बदमाशों ने नाजायज असलहे की दम पर रोक लिया। दंपति से नगदी जेवरात मोबाइल लूटकर भाग गए। घटना की सूचना मिलने पर करीब डेढ़ घंटे देर से पहुंची पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी । एएसपी पूर्वी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर खुलासे के निर्देश दिए।
कन्नौज जनपद के थाना गुरसहायगंज निवासी मलिखान सिंह अपनी पत्नी के साथ दोपहर बाद पति पत्नी अंतिम संस्कार से लौट रहे थे मल्लावां क्षेत्र के रामपुर बेरिया रोड पर गांव से कुछ दूरी पर तीन बदमाशों ने आकर उनकी बाइक को रोककर तमंचा दिखाते हुए मारपीट कर महिला की पर्स मे रखा मंगलसूत्र, एक जोड़ी झाला, पांच हजार रुपए लूट ले गए और तमंचे की बट मारकर लहू लुहान कर दिया। ।सूचना पर डेढ़ घंटे देरी से पहुँचे कोतवाल शेषनाथ सिंह ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। अपर पुलिस अधीक्षक से पत्रकारों द्वारा सूचना मांगने पर कोतवाली इंचार्ज मल्लावां ने वहां पर मौजूद कुछ पत्रकारों से अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया।जिससे पत्रकारों में भारी रोष है। सूचना पर एएसपी पूर्वी ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कोतवाल से जल्द घटना के खुलासे के निर्देश दे दिए। कोतवाल शेषनाथ सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है जल्दी घटना का खुलासा कर लिया जाएगा। मजेदार बात तो यह है कि अन्य चोरियों के बाद एक रटा रटाया जुमला हमेशा से दिया जाता रहा है। जब से स्थानीय प्रभारी निरीक्षक का पदार्पण मल्लावां कोतवाली में हुआ है तब से उनकी बदकिस्मती कहें या उनका ढुलमुल रवैया लगातार मल्लावां क्षेत्र में हत्या लूट, चैन स्नैचिंग व दर्जनों चोरियां हो चुकी है। हालांकि हत्या जैसे जघन्य अपराधों को पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन में खोला भी जा चुका है लेकिन पिछली चोरियों की स्थिति जस की तस बनी हुई। नगर के अंदर विगत महीनों में चेन स्नेचिंग की घटना हो चुकी है जिसका अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है। मल्लावां क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी लूट और चैन स्नेचिंग की घटनाओं से जनता में आक्रोश है। वैसे तो सरकार अपराध में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं लेकिन स्थानीय पुलिस की लापरवाही कहें या कैसे अपनी सुविधाओं को प्राप्त किया जा सके इसी पर लगी रहती है।