महिलाओं के शिक्षित होने से समाज और देश में होगा विकास

in #hardoi2 years ago

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सीता जैसे अग्नि परीक्षा जग में अब तक जारी है
कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम नारी है।बहुत हो चुका ..... अब मत ना सहना,तुझे इतिहास बदलना है।नारी को कोई कह ना पाए ... अबला है, बेचारी है। इन्हीं पंक्तियों के साथ गायत्री प्रज्ञा पीठ पिहानी में चल रहे नवरात्र शक्ति साधना पर्व पर जागो शक्ति स्वरूपा नारी कार्यक्रम के पंचम दिवस पर जवाहर नवोदय विद्यालय की प्राचार्या सुमनलता द्विवेदी ने कहीं। मुख्य अतिथि प्राचार्या सुमनलता द्विवेदी ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
औरत कई रूपों में पुरुष को पालती है ,उसका ध्यान रखती है ।वह मां के रूप में, बहन के रूप में, बीवी के रूप में और बेटी के रूप में पुरुष को अपनी जिम्मेदारियों का अहसास करवाती है, उसे प्रेम करना सिखाती हैं। तो बिना औरत के तो पुरुष का अस्तित्व भी संभव नहीं है।बिना मां के पुरुष के अस्तित्व की कल्पना करना भी बेकार है ।
बहन के बिना पुरुष की कलाई रक्षाबंधन पर सुनी रहेगी ।रक्षा सूत्र के महत्व को वो कभी भी नहीं जान पाऐगा।बिना पत्नी के भी पुरुष का जीवन निर्थक है ।पत्नी के प्रेम से ,उसकी भावना से, व दोनों के मिलन से जो सुख हैं, वह उन सब से वंचित रहेगा।एक पुरुष बिना बेटी संतान के भी अधूरा होता है।
नवरात्र में महिला संगीत मे माता के गीतों पर महिलाओं ने जमकर नृत्य किया। प्रज्ञा पीठ की महिला मंडल के कार्यकर्ताओं ने गुरुदेव का साहित्य भेंट कर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि प्राचार्या सुमनलता द्विवेदी ने प्रज्ञा पीठ पर मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नारी शक्ति के लिए इसके माता-पिता के साथ घर के सभी सदस्यों को जागरूक होना पड़ेगा, उन्हें ये समझना ही होगा कि शिक्षा ही अंधकार को प्रकाश में बदलता है। कहा कि आज की पीढ़ी अगर शिक्षा से वंचित है तो इसका जिम्मेदार उनके माता-पिता व परिवारीजन ही है, कारण चाहे जो भी हो। आज महिला अपराध व घरेलू हिंसा अशिक्षित समाज व अवसाद ग्रस्त समाज की मानसिकता का परिणाम है।

महिलाएं चुपचाप सहकर इसे बढ़ावा देती हैं। हमें शिक्षा को अपना हथियार बनाना चाहिए। प्राचार्या नेकहा नारी शिक्षा की अलख जगाने की शपथ लेनी चाहिए।
उन्हें शिक्षा से दूर रखना अपराध है। महिलाओं के शिक्षित होने से समाज और देश में विकास भी तेजी से होगा। महिलाओं के लिए शिक्षा के महत्व को व्यापक स्तर पर फैलाने के लिए जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। शिक्षित महिला ही परिवार तथा देश का विकास कर सकती है। नारी दीपक समान है, वो दूसरों को प्रकाश देती है लेकिन उसके नीचे खुद अंधेरा रहता है। इस मौके पर साधना कपूर व नीलम शर्मा ने संगीत प्रस्तुत किए।