कृषि क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों से रूबरू होंगे जिले के किसान

in #hanumangarh2 years ago
  • नाबार्ड के वित्त पोषित 25 किसानों के दल को जिला कलक्टर ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
  • पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना और सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अबोहर का तीन दिन तक भ्रमण करेगा दलVideoCapture_20220913-140047.jpg
    हनुमानगढ़। जिले के किसान कृषि क्षेत्र में की जा रही नवीनतम तकनीकों व नवाचारों से रूबरू होने के लिए मंगलवार को पड़ोसी राज्य पंजाब रवाना हुए। नाबार्ड की ओर से वित्त पोषित जिले के 25 किसानों के इस दल की बस को मंगलवार को जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने जिला कलक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि नाबार्ड की ओर से हनुमानगढ़ जिले में वित्त पोषित 25 किसानों को पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना और सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीएचईटी) अबोहर का भ्रमण करवाया जा रहा है। यह 25 किसान इन संस्थानों में जाकर विशेषकर हॉर्टिकल्चर के मामलों में नवीन टेक्नोलॉजी के साथ किस प्रकार एक अग्रणी राज्य एग्रीकल्चर के क्षेत्र में क्या नवीन कार्य या नवाचार कर रहे हैं, किस प्रकार की टेक्नोलॉजी की इस समय आवश्यकता है और हमें अपनानी चाहिए, इस बारे में रूबरू होंगे। डिडेल ने कहा कि कृषि एक ऐसा विषय है जिसमें समय की आवश्यकता के अनुसार नवाचार को अपनाना बहुत जरूरी है। अन्यथा बीमारियों की संख्या बढऩे लगती है। किसान की उपज कम हो जाती है और फसलों की उत्पादकता में भारी कमी आती है। नाबार्ड, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट व बैंक मिलकर एग्रीकल्चर के क्षेत्र में सकारात्मक कार्य कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री की ओर से भी इस वर्ष अलग से पेश किए गए कृषि बजट के चलते राजस्थान के लिए कृषि विषय बड़ा महत्वपूर्ण हो जाता है। हमारी अर्थव्यवस्था के बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्से को कृषि के जरिए हम प्राप्त करते हैं और यह हमारी अर्थव्यवस्था की धुरी है। डिडेल ने कहा कि किसानों का जिला है और खेती यहां का मुख्य व्यवसाय है। इसलिए इस तरह के नवाचार को समय-समय पर अपनाया जाता है। इसमें सभी विभागों का समन्वय अच्छा है। आने वाले समय में इसके परिणाम भी देखने को मिलेंगे। वहीं नाबार्ड के डीडीएम दयानंद काकोडिय़ा ने बताया कि नाबार्ड की ओर से तीन दिवसीय एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत 25 सदस्यीय किसानों के दल को पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना और सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीएचईटी) अबोहर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य हनुमानगढ़ जिले से सटा हुआ है। इसलिए इनमें काफी भौगोलिक समानताएं भी हैं। इस ट्रेनिंग के माध्यम से किसानों को हनुमानगढ़ क्षेत्र में हो रही फसलों में विविधिकरण, समन्वित कृषि, बागवानी फसलों से संबंधित नवीनतम तकनीक व नवाचार के बारे में सीखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड की ओर से इस साल यह दूसरा कार्यक्रम किया जा रहा है। समय-समय पर नाबार्ड की ओर से किसानों के हितों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उसी कड़ी में यह एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम एक प्रयास है ताकि इस क्षेत्र के किसानों को अधिकतम फायदा हो। वह फिल्ड में जाकर नई तकनीक सीख नवाचार को अपना सकेंगे।