सीएम-पूर्व मंत्री से जान पहचान बता लोक अभियोजक लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपयों की ठगी

in #hanumangarh2 years ago
  • वकील के साथ हुई धोखाधड़ी, फिरोजपुर निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज
    हनुमानगढ़। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री से अच्छी जान-पहचान होने का विश्वास दिला फिरोजपुर कोर्ट में लोक अभियोजक लगवाने के नाम पर एक वकील के साथ दस लाख रुपयों की ठगी करने का मामला सामने आया है। धोखाधड़ी का शिकार हुए अधिवक्ता की ओर से जंक्शन पुलिस थाना में पंजाब के फिरोजपुर निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जानकारी के अनुसार प्रदीप कुमार शर्मा (42) पुत्र गुरदत्त शर्मा निवासी वार्ड 49, सैक्टर 9, जंक्शन ने मुकदमा दर्ज करवाया कि वह जिला एवं सत्र न्यायालय कैम्पस हनुमानगढ़ जंक्शन में स्थित चैम्बर नम्बर 105 में अधिवक्ता का कार्य करता है। उसकी जान पहचान चार-पांच वर्ष पूर्व पिंकी संधू उर्फ धर्मेंद्रसिंह पुत्र रूपेन्द्रसिंह जटसिख निवासी बागी हॉस्पिटल के पास, जिला फिरोजपुर (पंजाब) से थी। पिंकी संधू का उसके पास काफी आना-जाना था। उक्त व्यक्ति पंजाब के मुख्यमंत्री एवं पूर्व परिवहन मंत्री से अपनी काफी जान-पहचान बताता था। वह अक्सर उसे यह विश्वास दिलाता था कि पंजाब में किसी भी प्रकार का काम वह करवा सकता है। जून-जुलाई 2021 में पिंकी संधू ने फोन कर कहा कि वह उसे फिरोजपुर स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय में लोक अभियोजक की नियुक्ति दिलवा सकता है। सभी प्रक्रिया वह पूरी करवाकर देगा। वह सिर्फ अपने दस्तावेज तैयार रखे। प्रदीप शर्मा के अनुसार उसकी बुआ फिरोजपुर में ही निवास करती है और उसे रहने में भी कोई दिक्कत नहीं थी। इसलिए उसने अपने दोस्त पिंकी संधू पर विश्वास कर लिया। पिंकी संधू ने लोक अभियोजक लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपयों की मांग की। तब उसने कहा कि यह काफी बड़ी रकम है। इस रकम का इन्तजाम करने के उसे कुछ समय चाहिए। सितम्बर 2021 में पिंकी संधू ने उससे पुनः सम्पर्क किया और रुपयों के बारे में पूछा। तब उसने कहा कि वह हनुमानगढ़ आकर उससे दस्तावेज व 10 लाख रुपए ले ले। 22 सितम्बर 2021 को पिंकी संधू अपने साथ दो-तीन व्यक्ति लेकर आया। तब उसने कोर्ट परिसर के पास ही 10 लाख रुपए व अपने दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतिलिपि पिंकी संधू को सौंप दी। काफी समय तक पिंकी संधू उसे यह कहता रहा कि सरकार बदलने से पहले-पहले उसका काम हो जाएगा, लेकिन पिंकी संधू ने अभी तक न तो लोक अभियोजक के पद पर लगवाया और न ही 10 लाख रुपए की राशि वापस दी। पिंकी संधू आए दिन कोई न कोई मजबूरी बता टाल-मटोल करता रहा। एक अगस्त को पिंकी संधू ने व्हाट्सएप चेट पर कहा कि वह कल उसके रुपए लौटा देगा। लेकिन पिंकी संधू ने अब उसका फोन उठाना बंद कर दिया है। जब उसने अपने मित्र के नम्बर से फोन किया तो पिंकी संधू ने कहा कि वह उसे पैसे वापस नहीं देगा। पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज कर जांच एएसआई दलीपसिंह को सौंपी है।
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Bhai tune mujhe follow kar liya h kya bta please nhi kiya h to karle

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