भतीजे ने किया था कलेक्ट्रेट कर्मी के बेटे का अपहरण, पैसों के लिए की गई वारदात
सदर कोतवाली के विवेक नगर मोहल्ला निवासी कलेक्ट्रेट कर्मी के साढ़े चार वर्षीय मासूम बेटे का अपहरण करने वाला वादी के ही सगे बड़े भाई का बेटा व उसका साथी निकला। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक शुभम पटेल ने गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि यह घटना रुपयों के लालच में की गई थी। एसपी ने बताया कि घटना की जांच में लगी पुलिस टीमों को मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इनकी शिनाख्त हुई है। उन्होंने बताया कि 30 मई को दिनदहाड़े विवेक नगर मोहल्ला निवासी कलेक्ट्रेट के प्रधान सहायक प्रभात तिवारी के साढ़े चार वर्षीय पुत्र वैभव तिवारी का अपहरण हुआ था। जिसे तीन घंटे बाद पुलिस ने घायल अवस्था में बांदा के जसपुरा के पास से बरामद किया था। एसपी ने बताया कि इस घटना में शामिल कोई और नहीं बल्कि वादी प्रभात तिवारी के बड़े भाई प्रदीप तिवारी का पुत्र सोमेश तिवारी निवासी कैलश बिहार जाजमऊ थाना चकेरी कानपुर नगर व उसका साथी सुमित तिवारी पुत्र दुर्गा प्रसाद निवासी तिवारीपुर थाना जाजमऊ कानपुर नगर शामिल हैं। इनकी पहचान अलग-अलग स्थानों से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए टीमें रिश्तेदारों, दोस्तों व अन्य स्थानों में दबिश दे रही हैं। जिनकी शीघ्र ही गिरफ्तारी होगी। एसपी ने बताया कि 30 मई को यह घटना हुई। उसी दिन से सोमेश घर से फरार था। 31 मई को जब वह नहीं आया तो स्वजन ने चकेरी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन इस घटना के बाद सबकुछ स्पष्ट हो गया।