हमीरपुर यूपी भीषण गर्मी में भी शिमला की मिर्च पैदा हो रही है बुन्देलखण्ड में।

in #hamirpur2 years ago

बुंदेलखंड का किसान हमेशा से ही प्राकतिक आपदाओं का शिकार होता आया है कभी सूखे ने उसको अपने ही खेतो से अन्न का एक भी दाना घर नही ले जाने दिया, कभी ओला वृष्टि ने कभी अति बारिश ने,लेकीन वाबजूद इसके यहां के किसानों ने हार नही मानी और अब वो अपनी परम्परागत खेती के आलावा अन्य फसलो को पैदा कर अपने आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहा है ,हमीरपुर जिले के कुछ किसानों ने इस बार शिमला मिर्च की खेती कर सब को हैरान कर दिया है,ठंडे क्षेत्रों वाली इस फसल को बुन्देलखण्ड जैसे गर्म इलाके में पैदा कर इन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया है !

हमीरपुर जिले की बेतवा नदी का किनारा जहाँ सिर्फ दूर तक मौरंग मौरंग दिखाई देती है पर यहाँ के किसानो के लिए आज कल ये किसी वरदान से काम नही है तेज धूप में खुले आसमान के नीचे शिमला मिर्च की खेती वो भी मौरंग में कर के यहां के किसानों ने सब को हैरान कर दिया है,क्योकि मौरंग का तापमान दिन में 45 डिग्री सेंट्रीगेट से ऊपर पहुच जाता है और रात को 15 से 20 डिग्री सेंट्रीगेट ऐसे में यहां किसानों ने शिमला मिर्च का उत्पादन शुरू करना एक साहसिक पहल है !

कैसे पैदा करते है शिमला मिर्च

वैसे तो शिमला मिर्च का नाम ही शिमला जैसे ठन्डे क्षेत्र के नाम पर रखा गया है इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि यह ठंडे क्षेत्रो की फसल है ,लेकीन बुन्देलखण्ड में शिमला मिर्च पैदा करने वाली रामवती बताती है ,कि वो बीजो को एक जगह बोकर उनके अंकुरित होने के बाद ,मौरंग में गड्ढे खोदकर हर पेड़ को आधा फुट की दूरी पर लगती है ,छोटी छोटी पेड़ लगाने के बाद खाद पानी का विशेष ध्यान रखना पड़ता है, हमेशा इनकी देख रेख करनी पड़ती है ,तेज धूप में इन पेड़ों ओ धूप से बचाने का इंतजाम करना पड़ता है,तब जाकर शिमला मिर्च की पैदावार होती है,उन्होंने अभी एक कुन्तल के करीब शिमला मिर्च 80 से 90 रुपये किलो के हिसाब से बेची हैं ! और आगे वो इसकी ज्यादा से ज्यादा पैदावार करेंगी,क्योकि इसमें लागत कम है और लाभ अधिक है !

भीषण गर्मी में पैदा हो रही शिमला मिर्च से कृषि वैज्ञानिक भी हुये हैरान

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ प्रशांत कुमार बताते है कि शिमला मिर्च 15 से 28 डिग्री सेंट्रीगेट के तापमान में पैदा होती है ,इससे अधिक के तापमान पर इसका पेड़ जलने लगता है और पैदावार में गिरावट हो जाती है,लेकिन अगर यहां के किसानो द्वारा 45 के तापमान पर इसे पैदा किया जा रहा है वो किसी आश्चर्य से कम नही है ,वो खुद इस तरह के किसानों से मिलकर उन्हें शिमला मिर्च के अधिक से अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित करेंगे !