हमीरपुर में सभासद और नगर पंचायत कर्मी के बीच नोंकझोक…जमकर हुई हाथापाई

in #hamirpur10 days ago

हमीरपुर 6 सितंबर:(डेस्क)हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में ऐतिहासिक तीजा मेला के दृष्टिगत एक गंभीर घटना घटित हुई है। कमलेश तिराहे के पास स्ट्रीट लाइट ठीक करने के दौरान एक डंपर की टक्कर से दो कर्मचारी घायल हो गए। इस घटना ने न केवल कर्मचारियों को चोटिल किया, बल्कि स्थानीय समुदाय में भी हड़कंप मचा दिया।

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घटना का विवरण
बुधवार की शाम, जब नगर पंचायत के कर्मचारी कमलेश तिराहे के पास स्ट्रीट लाइट की मरम्मत कर रहे थे, तभी अचानक एक तेज रफ्तार डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में दोनों कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया।

घायल कर्मचारियों की स्थिति
घायलों को तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनकी प्राथमिक चिकित्सा की गई। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है, लेकिन उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया। इस घटना ने स्थानीय निवासियों को चिंतित कर दिया है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं।

पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने डंपर चालक को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि चालक की लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से भी पूछताछ की, ताकि घटना के सभी पहलुओं को समझा जा सके।

वार्ड सदस्य और नगर पंचायत कर्मचारी के बीच विवाद
इस घटना के बाद, देर शाम वार्ड सदस्य और नगर पंचायत कर्मचारी के बीच एक विवाद उत्पन्न हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। इस घटना का वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में वार्ड सदस्य और नगर पंचायत कर्मचारी के बीच की नोकझोंक को देखा जा सकता है। वीडियो में दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल स्थानीय प्रशासन की छवि को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में भी असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में असामंजस्य पैदा करती हैं। लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

निष्कर्ष
सुमेरपुर कस्बे में हुई यह घटना न केवल कर्मचारियों के लिए एक गंभीर स्थिति है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और समाज के लिए भी एक चुनौती है। पुलिस और नगर पंचायत को चाहिए कि वे इस मामले की गंभीरता को समझें और उचित कार्रवाई करें।
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि हमें अपने समाज में संयम और समझदारी से काम लेना चाहिए। सभी पक्षों को मिलकर काम करना होगा ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और समाज में शांति और सुरक्षा का माहौल बना रहे।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि सड़क सुरक्षा और कार्यस्थल की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। सभी को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझें और समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें।