विकास खण्ड सुमेरपुर के भौनिया ग्राम पंचायत में प्रधान और सचिव की मिली भगत से लाखों का गबन।

in #hamirpur2 years ago (edited)

हमीरपुर-केंद्र सरकार करोडो रुपयों का भारी भरकम बजट खर्च कर ग्राम पंचायतो को मजबूत करने की मुहीम में लगी है लेकिन ग्राम पंचायतो में बैठे ग्रामो के नुमाईदे ही गाँवो के विकास की तमाम योजनाओ का बंटाधार करने में लगे हुए है गाँवो की सडके, समतलीकरण मेड़ बंधी निर्माण,स्वच्छ भारत मिशन और सामुदायिक शौचालय जैसी तमाम योजनाओ के पैसों का बंदरबांट इस तरह किया जाता है कि धरातल से काम ही गायब हो जाता है ऐसा ही मामला सुमेरपुर विकास खण्ड के भौनिया ग्राम में सामने आया जहाँ ग्राम प्रधान ने गाँव के विकास के लिए आये लाखो रुपयों का गबन कर डाला है।

ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत भौनिया में विकास के नाम पर लाखो रूपये का बजट खर्च कर यहाँ की सड़कों नालियों को कागजो में पूरी तरह चमक दिया गया है लेकिन यहाँ के हालात आप खुद देख सकते है ग्राम पंचायत भौनिया में विकास के नाम पर प्रधान और सचिव की मिलीभगत से विकास कार्यो में जमकर धांधली गयी है ग्राम भौनिया में लगभग 43 हैंड पम्प लगे बताये जाते है जिनके मरम्मत और रिबोर के काम के नाम पर ग्राम प्रधान ने जमकर धांधली की ग्राम प्रधान ने हैंड पम्प मरम्मत व रिबोर के नाम लगभग 813279 रुपये की धांधली की है यही नही ग्रामीणों का आरोप ये भी है ग्राम भौनिया में हुए प्रत्येक विकास कार्य मे ग्राम प्रधान व सचिव ने आपस मे मिलकर धांधली की भौनिया ग्राम में विकास कार्यो की बात करे तो विकास कार्य धरातल में शून्य नजर आते है लेकिन कागजो में विकास के नाम पर सरकारी बजट का जमकर बन्दर बाट हुआ है या कहे की लूट हुई है आपको बता दे की भौनिया गाँव कागजो में ग्राम पंचायत में सफाई के कार्य के नाम पर लाखों का बजट निकाला जा चुका है लेकिन ग्राम सभा में सफाई कही नही हो रही है इसी प्रकार गौशाला में भूसा भरवाई के कार्य के नाम से लगभग 857827 रुपये का भुगतान निकाला गया, सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य के नाम पर लगभग 428913 रुपये का भुगतान,गौशाला में मरम्मत कार्य, ग्राम पंचायत में स्वच्छता संबंधित कार्यो ,घूर सफाई व पौध रोपण के कार्यो के लाखो रुपयों के बजट मे जमकर धांधली की गई है।

विकास कार्यो के नाम पर सरकार करोडो रुपये का बजट ग्राम प्रधानों को देती है लेकिन ये बजट धरातल में पहुंचने से पहले ही ग्राम प्रधान व सचिव की मिली भगत से कागजों तक ही सीमित रह जाता है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह जाते है अगर सुमेरपुर विकास खण्ड की बात की जाय तो सुमेरपुर विकास खण्ड में 57 ग्राम पंचायते आती है और ज्यादा तर ग्राम पंचायतों का यही हाल है सरकार को इन सभी ग्राम पंचायतों शाशन स्तरीय टीम बना कर दिए गये बजट के अनुरूप जाँच करवानी चाहिए और कमी पाई जाने ग्राम प्रधान सहित संबंधित अधिकारियों को भी दण्डडित कर दुरपयोग किए गए बजट की भरपाई करनी चाहिए।