फोरलेन बाईपास जल्द होगा नया बाईपासछिबरामऊ में

in #hadsa2 years ago

फोरलेन हाईवे बन जाने पर भी जाम व हादसों से नहीं मिलेगा छुटकारा

निजात पाने के लिए नया बाईपास जरूरी

छिबरामऊ बाईपास पर फोरलेन हाईवे का निर्माण तेजी से चल रहा है लेकिन इसके बन जाने के बाद भी जाम व हादसों से छुटकारा मिलने की कोई • उम्मीद नजर नहीं आती। इससे निजात पाने के लिए शहर में नया बाईपास जरूरी है लेकिन इसे जल्द स्वीकृत कराने के लिए विधायक व सांसद की पहल आवश्यक है।

इन दिनों मक्का व मूंगफली की फसल लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों की भारी आवक से निगम मंडी गेट से लेकर पूरे बाईपास पर घंटों जाम लगा रहता है। इसमें सैकड़ों वाहन घंटों फंसे रहते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बाईपास हाईवे पर एक भी अंडरपास नहीं दिया है जबकि ताजपुर रोड चौराहा, फर्रुखाबाद रोड चौराहा और •सौ सैया संयुक्त राजकीय चिकित्सालय के लिए अंडरपास बहुत जरूरी है। ताजपुर रोड चौराहे से अधिकांश लोग मोहम्मदाबाद होकर सिद्ध पीठ

संकिसा जाते हैं। इस रोड पर भदौरिया एजूकेशन सेंटर इंटर कॉलेज, वीरांगना अवंतीबाई लोधी इंटर कालेज व सुखराम सिंह कुसुम लता इंटर कालेज सहित कई विद्यालय भी हैं। इसी तरह फर्रुखाबाद रोड पर ज्ञाना इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, लोकभारती इंटर कॉलेज, सिटी चिल्ड्रंस एकेडमी, सुभाष अकादमी साईं मीर ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, ग्लोबल एकेडमी डिग्री कॉलेज, सेंट मारिया पब्लिक स्कूल और विद्या प्रकाश महाविद्यालय हैं। इनमें पढ़ने वाले हजारों बच्चे पैदल, बाइक, स्कूटी या स्कूल वाहन से फर्रुखाबाद चौराहा पार करते हैं। इस मार्ग से होकर बड़ी संख्या में लोग फर्रुखाबाद, फतेहगढ़, शाहजहांपुर,

नीमकरोरी धाम और बौद्ध तीर्थ स्थल बरेली आदि शहरों को जाते हैं। यहा अंडरपास नहीं होने से संभावित हादसों को डालना नामुमकिन लगता है, क्योंकि फोरलेन हाईवे बन जाने के बाद इस पर 100 की स्पीड से वाहन दौड़ेंगे। इसी तरह जनता कोल्ड स्टोरेज के पास से 100 सैया राजकीग संयुक्त चिकित्सालय नगला दिलू के लिए सड़क है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों का इलाज यहीं पर हो रहा है। हादसे में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए एक एक मिनट कीमती होता है लेकिन यहाँ पर एनएचएआई ने अंडरपास नहीं दिया है। इसी रोड पर जेबीजी नेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल भी है। सच बात तो यह है कि शहर के लिए नया बाईपास स्वीकृत हुआ था जो लड़ता से शुरू होकर खुड़ावा की जगह बनाई जाएगी।

के पास मुख्य हाइवे से जोड़ा जाना था। इसके लिए सर्वे करके अधिग्रहीत होने वाली जमीन पर संकेतक पिलर भी लगा दिए गए थे लेकिन वोट बैंक बचाने की खातिर यह प्रस्ताव कैसिल करा दिया गया। एनएचएआई सूत्रों के मुताबिक विधायक व सांसद आदि जनप्रतिनिधि यदि चाहें तो नया बाईपास अभी स्वीकृत हो सकता है क्योंकि स्वीकृत होने के बाद भी सर्वे, डीपीआर व भूमि अधिग्रहण आदि में एक साल से अधिक का समय लग जाएगा। एनएचएआई के एक जिम्मेदार अधिकारी ने बताया निगम मंडी से नेहरू कॉलेज तक फोरलेन निर्माण में लगभग 3 माह का समय लग जाएगा। पूर्वी बाईपास पर सौरिख व तालग्राम रोड को हाईवे से जोड़ने के लिए बड़ा टर्निंग प्वाइंट बनेगा। इसके लिए भवन स्वामियों को अपने भवन तोड़ने के लिए नोटिस दे दिए। गए हैं। फर्रुखाबाद चौराहे के पास किसान कोल्डस्टोरेज की करीब 10 मीटर जमीन ली जा रही है। यहां पर बस व ट्रक आदि वाहन खड़े करने में डिकबाईपास हाईवे के जाम में कई घंटों से फंसे वाहन ।