Taj Mahal controversy:

in #gyanvyapi2 years ago

ताजमहल की फोटो गैलरी इन दिनों चर्चाओं में है। जालौन के उरई निवासी संत मत्सेंद्र गोस्वामी ने फोटो गैलरी में शौचालय के पास लगे देवी-देवताओं के फोटो हटवाने की मांग की है। रविवार को उन्होंने ताजमहल में आपत्ति भी जताई थी। बाद में उन्होंने दो वीडियो ट्वीट करते हुए चित्र नहीं हटाए जाने पर ताजमहल के गेट के बाहर आमरण अनशन करने की बात कही थी।

ताजमहल में रायल गेट के पश्चिमी तरफ दालान बना हुआ है। इसमें ऐतिहासिक स्मारकों व देश में स्थित विश्व धरोहरों की फोटो गैलरी बनी हुई है। इसमें आदिम काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के संघर्ष तक को क्रोनोलाजिकल सीक्वेंस में दर्शाया गया है।

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फोटो गैलरी को वर्ष 2003 में तत्कालीन केंद्रीय संस्कृति मंत्री जगमोहन के दिशा-निर्देशों पर बनाया गया था। इसके पीछे यह सोच थी कि ताजमहल देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। वह यहां आएंगे तो उन्हें देश की अन्य धरोहरों की जानकारी भी मिलेगी और वह वहां जाने को प्रेरित होंगे। ताजमहल का पश्चिमी दालान 60-70 मीटर लंबा है, जिसमें 50-55 मीटर लंबाई में फोटो गैलरी है।

इसमें इससे करीब 10-12 मीटर दूर बुर्जी है। बुर्जी के करीब 10 फुट भीतर शौचालय बना हुआ है। रविवार को आए मत्सेंद्र गोस्वामी ने शौचालय के नजदीक देवी-देवताओं की फोटो लगी देख विरोध जताया था। उन्होंने रविवार व सोमवार को दो ट्वीट इस बारे में किए थे।

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अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि फोटो गैलरी में क्रोनोलाजिकल सीक्वेंस में फोटो लगी हुई हैं। इसे इंडियन टूरिज्म डवलपमेंट कारपोरेशन ने तैयार किया था। विभाग का खराब हो चुके फोटो बदलवाने का प्रस्ताव है। मत्सेंद्र गोस्वामी द्वारा जताई गई आपत्ति पर विचार किया जाएगा।