गुरुग्राम में कोरोना वॉरियर्स सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर
गुरुग्राम में कोरोना वारियर्स सड़को पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए है। दरअसल जब कोरोना ने दस्तक दी थी और स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ गया था तब गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने 190 स्वास्थ्य कर्मियों को भर्ती किया था। कोरोना के समय में अपनी जान की परवाह ना करते हुए इन लोगो ने कोरोना से जंग जीतने में अपनी भागीदारी दर्ज कराई तभी इन लोगो को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा मिला।लेकिन अब विभाग ने बिना किसी नोटिस के इन्हें नौकरी से निकाल दिया।
कोरोना कॉल के दौरान कोरोना टेस्टिंग से लेकर लैब टेक्नीशियन जैसे तमाम पदों पर 190 स्वास्थ्य कर्मियों को भर्ती किया गया था और इन स्वास्थ्य कर्मियों ने दिन रात एक कर के कोरोना से जंग जीतने में स्वास्थ्य विभाग की बहुत मदद की लेकिन अब स्वास्थ विभाग के इस फैसले से यह लोग बीते कई दिन से सीएमओ ऑफिस के बाहर धरना दे रहे है और आज इन्होंने सड़को पर उतरकर प्रदर्शन किया।
इन लोगों का कहना है कि कोरोना कॉल के दौरान इन लोगों ने 20 घंटे तक काम किया है। यहां तक कि कुछ स्वस्थ्यकर्मी तो कोरोना पॉजिटिव भी हो गए थे लेकिन उसके बावजूद भी स्वास्थ विभाग ने इनकी कोई सुध नहीं ली.वही इन लोगो का कहना है कि जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक यह धरना ऐसे ही जारी रहेगा।
ऐसे में देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग या हरियाणा सरकार इन स्वास्थ्य कर्मियों की बात सुनती है या फिर यह लोग ऐसे ही अपनी मांगों को लेकर ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे.