एसआईबी टीम ने मेटल कारोबारी के यहां मारा छापा

in #gst2 years ago

वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) ने मेटल कारोबारी के यहां छापा मारा। अफसरों की साढे छह घंटे की चली जांच में फर्म मालिक पर फर्जी फर्मों से खरीद दिखाकर 50 लाख रुपये की इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) हड़पी है। मौके पर मिले माल के खरीद बिक्री के दस्तावेज न दिखाने पर 20 लाख रुपये का माल सीज किया है।
वाणिज्यक विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन व एडिशनल कमिश्नर एसआइबी अनूप माहेश्वरी ने फर्जी फर्म दर्शाकर आइटीसी हड़पने वाले संगठित गिरोह के सदस्यों के खिलाफ मुहिम छोड रखी है। पिछले दिनों आइटीआइ रोड स्थित इंडस्ट्री एस्टेट स्थित मेटल जान नाम की फर्म पर एसआइबी ने छापा मारा था। सर्वे के दौरान टीम को बड़ी तादाद में संदिग्ध प्रपत्र मिले थे। संगठित गिरोह फर्जी फर्म बनाकर माल के बिना आवागमन के आइटीसी का दावा करते हैं। आइटीसी वसूल भी लेते हैं। इन संदिग्ध प्रपत्रों में फहद मेटल वक्र्स की भी कच्ची पर्चियां मिली थीं। टीम का नेतृत्व कर रहे डिप्टी कमिश्नर पंकज सिंह ने बताया कि खुफिया तंत्र से मिली जानकारी पर फहद मेटल वक्र्स पर टीम ने छापा मारा। फर्म परिसर को चारो आेर से घेर लिया। गेट पर अधिकारी व पुलिस कर्मी तैनात कर दिए। मौके पर फर्म मालिक नासिर के छोटे भाई राशिद खां मिले। जांच में जब संतोष जनक जवाब नहीं दे सके, तो दोपहर ढाई बजे नासिर भी पहुंच गए। नासिर ने दिल्ली स्थित श्रीराम ट्रेडिंग कंपनी व मथुरा स्थित क्रिस्टल मेटल सैल्युशन से ब्रास स्क्रेप की खरीद दर्शायी थी, जांच में यह दोनों ही फर्म अस्तित्वहीन मिली। पंकज सिंह ने बताया है कि मौके पर तीन कुंतल 523 किलोग्राम ब्रास इंगट, 520 किलोग्राम ब्रास स्क्रेप, 55 किलोग्राम जिंक इंगट, 60 किलोग्राम जिंक स्क्रेप व 550 बोरियम पाउडर मिला है। इस माल की खरीद बिक्री के बिल व बिल्टी न दिखाने पर इस माल को सीज कर दिया है। इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये है। देर रात तक जांच की जा रही है। फर्म मालिक को उनका पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।

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