बार से 6 यादव और 3 मुस्लिम ज्यादा; अगड़ी जातियों से 7 मंत्री घटे

in #govindaa2 years ago

Screenshot_2022-08-16-13-27-32-01_680d03679600f7af0b4c700c6b270fe7.jpgबिहार में नीतीश कैबिनेट का आज विस्तार हुआ। राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान 31 मंत्रियों को शपथ दिलाई। मंत्रियों ने पांच-पांच के बैच में शपथ ली। मंत्री बनने वाले कुल 31 विधायकों में RJD से सबसे ज्यादा 16, JDU से 11, कांग्रेस से 2, हम से एक और एक निर्दलीय शामिल है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप शपथ लेने वाले पहले 5 विधायकों में शामिल रहे।अगड़ी जातियों के मंत्रियों की संख्या घटी
महागठबंधन की नई सरकार में सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखकर मंत्री बनाए गए हैं। ओबीसी-ईबीसी से सबसे ज्यादा 17, दलित-5 और 5 मुस्लिम शामिल हैं। NDA गठबंधन के मुकाबले अगड़ी जातियों का प्रतिनिधित्व इस बार घटा है। पिछली बार अपर कास्ट के 11 मंत्री थे, जो इस बार घटकर 6 हो गए हैं। वहीं पिछली बार OBC-EBC से 13 मंत्री थे, जबकि मुस्लिम 2 मंत्रिमंडल में शामिल थे।

मंत्रिमंडल में सभी जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। हालांकि सबसे ज्यादा फोकस ओबीसी और ईबीसी पर किया गया है। जाति की बात करें तो सबसे ज्यादा यादव जाति के 8 विधायक इस बार मंत्रिमंडल में शामिल हैं। आरजेडी की तरफ से 7 और जदयू की तरफ से एक यादव विधायक मंत्री बने हैं। पिछले मंत्रिमंडल में इस जाति से सिर्फ 2 मंत्री थे।

JDU से कुशवाहा, RJD से भाई वीरेंद्र नाराज
कैबिनेट विस्तार के बाद JDU और RJD में नाराजगी की खबर है। बताया जा रहा है कि JDU से उपेंद्र कुशवाहा, तो RJD से भाई वीरेंद्र नाराज हैं। दोनों का नाम मंत्री बनने की रेस में सबसे आगे था, लेकिन ऐन वक्त पर पत्ता कट गया। सियासी गलियारों में कहा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा नाराज होकर दिल्ली भी चले गए हैं।

विभाग बंटवारे पर भी फैसला आज ही संभव
सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट विस्तार के बाद नीतीश सरकार में मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर भी फैसला मंगलवार को ही होने की संभावनाएं है। गृह मंत्रालय नीतीश कुमार के पास ही रहेगा। इसके अलावा, भाजपा के पास अब तक जो मंत्रालय थे, वो सभी राजद को दिए जा सकते हैं। वहीं सबकी नजर तेजस्वी को मिलने वाले विभाग पर है।