लखनऊ

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Screenshot_2022-08-09-10-18-18-80_680d03679600f7af0b4c700c6b270fe7.jpgलखनऊ (Lucknow) भारतीय गणराज्य के प्रांत उत्तर प्रदेश की राजधानी और सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों में एक है (Lucknow capital of Uttar Pradesh). लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर और उत्तर भारतीय संसकृति और कला का केंद्र रहा है, जो 18वीं और 19वीं शताब्दियों में नवाबों के वैभव और शक्ति का गवाह था (Nawabs in 18th and 19th centuries). यह शहर समुद्र तल से लगभग 123 मीटर (404 फीट) (123 metres above sea level) की ऊंचाई पर 402 वर्ग किलोमीटर (area 402 square km) में फैला है.2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी लखनऊ की जनसंख्या (Population) लगभग 46 लाख और लिंग अनुपात (Sex Ratio) 917 है. इस जिले में प्रति वर्ग किलोमीटर 1,816 लोग रहते हैं (Density) और इसकी 82 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 85.60 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 78 फीसदी है (Literacy). लखनऊ भारत का एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha constituency) है जहां से लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party, BJP भाजपा) के कद्दावर नेता राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) सांसद चुने गए हैं. यहां 1991 से आम चुनाव में लगातार भाजपा के प्रत्याशी को जीत मिलती रही है. इस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा (Assembly constituency) की पांच सीटें शामिल हैं. ऐतिहासिक रूप से देखें तो लखनऊ पहले अवध की राजधानी (capital of Awadh) था जिसे पहले दिल्ली सल्तनत (Delhi Sultanate) और बाद में मुगल साम्राज्य (Mughal Empire) ने नियंत्रण में रखा. इसे बाद में अवध के नवाबों (Nawabs of Awadh) को सौंप दिया गया. वर्ष 1856 में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (British East India Company) ने इस शहर को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में ले लिया और 1857 में पूरा अवध क्षेत्र ब्रिटिश राज (British Raj) को स्थानांतरित हो गया. लखनऊ का इतिहास पुरातण काल में सूर्यवंशी राजवंश (Suryavanshi Dynasty) तक जाता है. माना जाता है कि भगवान राम के भाई लक्ष्मण (Lakshmana, brother of Lord Rama) ने इस शहर की स्थापना की थी. ये गोमती नदी के करीब एक उभरे हुए स्थल पर था. उस वक्त, इसका नाम लक्ष्मणपुर (Lakshmanpur) था. शास्त्रीय नृत्य कथक (classical dance Kathak) की उत्पत्ति लखनऊ में ही हुई. इसे कढ़ाई के कार्य जैसे, चिनकारी, जरी, जरदोजी, कामदानी और गोटा बनाने की कला के लिए जाना जाता है. लखनऊ अपने स्ट्रीट फूड, चाट, कुल्फी, पान और मिठाइयों के लिए मशहूर है (street food). यहां की निहारी मांसाहारी लोगों के बीच मशहूर है. श्रीमाल एक मीठा पराठा है जो लखनऊ में बनाया जाता है. वहीं, मक्खन मलाई एक मीठी डिश है जो सर्दियों में बिकती है. लखनऊ का सिर्फ 5.66 प्रतिशत हिस्सा वन से ढका (Forest cover) है, जो पूरे राज्य के औसत 7 प्रतिशत से बेहद कम है. सकल घरेलू अत्पाद (GDP) की दृष्टि से लखनऊ भारत के अग्रणी शहरों में आता है