परमाणु बम हमला!
नहीं..नहीं.. अभी कोई विश्वयुद्ध शुरू नहीं हुआ है और न ही कोई ऐसा देश है जिसने किसी दूसरे शहर पर परमाणु बम से हमला बोला है. हम बात कर रहे हैं उस वक्त की जब दुनिया ने पहली बार परमाणु हमला झेला था. 9 अगस्त. 9 अगस्त को नागासाकी-डे भी कहा जाता है. क्योंकि, इस दिन जापान के नागासाकी शहर ने न्यूक्लियर बम का धमाका झेला था. हिरोशिमा-नागासाकी. इन दो शहरों के नाम तो लगभग सभी को याद होंगे. हमने पढ़ाई करते वक्त जापान के इन दो शहरों के बारे में इतना तो पढ़ा ही है कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए गए थे और ये शहर तबाह हो गए थे.
9 अगस्त 1945 से तीन दिन पहले यानी 6 अगस्त 1945 को अमेरिकी सेना ने एक परमाणु बम जापान के हिरोशिमा शहर पर भी गिराया था. इन शहरों में हुए बम धमाकों में लाखों लोग मारे गए थे और उसके रेडिएशन से धमाके से दूर-दूर तक के इलाके कई साल तक बर्बादी झेलते रहे. आज तक उस तबाही के निशान मिलते हैं. 77 साल बाद वर्तमान पीढ़ी में भी बच्चों समेत कई लोगों में परमाणु बम के रेडिएशन का असर दिखता है और उनमें कोई न कोई कमी रह जाती है जिसका खामियाजा वे लोग जीवनभर उठाते हैं.