आगरा मंडल में 500 से अधिक श्रमिकों ने इज़राइल जाने के लिए कराया पंजीकरण

in #government8 months ago

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  • कुशल मजदूर और कारीगर, इज़राइल जाने के लिए 10 दिसंबर तक करा सकते हैं पंजीकरण

  • इजराइल में जाने से मजदूरों की आर्थिक स्थिति तो सुधरेगी ही इसके साथ ही विदेश में काम करने का अवसर उन्हें भविष्य में और बेहतर कार्य उपलब्ध कराएगा - राकेश द्विवेदी, डिप्टी कमिश्नर श्रम

आगरा। हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह विदेश में नौकरी करे और अच्छा वेतन पाए। अब सरकार युवाओं को ही नहीं बल्कि श्रमिकों को भी विदेश में जाने का अवसर दे रही है, जिससे वह अपने सपनों को पूरा कर सकें। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार स्किल्ड डेवलपमेंट पर बहुत काम कर रही है। युवाओं को स्किल्ड कर बेहतर रोजगार उपलब्ध कराया जा सके इसके भी प्रयास किया जा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें युवाओं श्रमिकों एवं बेरोजगारों स्किल्ड लोगों देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश का श्रम विभाग भी इन दोनों स्किल्ड श्रमिकों को विदेशी सर जमीन पर रोजगार उपलब्ध करा रहा है। इजरायल, भारत का अभिन्न मित्र है, इस समय इजराइल में कंस्ट्रक्शन के जुड़े काम तेजी के साथ चल रहे हैं। इसराइल को कुशल कारीगर और श्रमिक चाहिए, इसके लिए इजरायल ने भारत की तरफ रुख किया है। भारत सरकार के सहयोग से हजारों कुशल श्रमिकों को उत्तर प्रदेश से इसराइल भेजा जा रहा है, इसके माध्यम से जहां श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध होगा, वहीं प्रदेश में बेरोजगारों की भी संख्या कम होगी और इसराइल से भी और संबंध बेहतर होंगे।

आगरा मंडल के डिप्टी कमिश्नर (श्रम ) राकेश द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि हमारे मजदूरों को एनएसडीसी के माध्यम इजराइल में रोजगार देने का एक शुभ अवसर मिला है। जिसमें राज मिस्त्री,लेबर, फ्रेम वर्क, आयरन बिल्डिंग का काम करने वाले लोग हैं। ऐसे सभी लोगों की आवश्यकता इसराइल को है जो कुशल कारीगर हैं। आगरा मंडल में ऐसे कुशल कामगारों को तलाश कर उनका पंजीरण किया जा रहा है, ऐसे मजदूरों का सरकारी संस्थान में पंजीकरण हो या नहीं वह सभी श्रमिक इसराइल जाने के योग्य हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग सरकार द्वारा विश्कर्मा योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित हैं वह भी इनमें अपना पंजीकरण कर सकते हैं। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि उन्हें इजराइल में काम करने का एक सुनहरा अवसर मिलेगा, इसके साथ ही उन्हें 1,35,000 रूपये वेतन मिलेगा।इससे उनकी समृद्धि होगी, यह लोग प्रदेश के विकास में भी योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि इन लोगों को थोड़ी अंग्रेजी आनी चाहिए जिससे उन्हें विदेशी सरजमीं पर इसराइल या अन्य लोगों से बातचीत में कोई परेशानी न उठानी पड़े। यह लोग बस उनकी भाषा को समझ सकें।

आगरा मंडल के उप श्रम आयुक्त राकेश द्विवेदी ने कहा कि विभाग का प्रयास है कि इनका डाटा इकट्ठा करके किसी भी तरीके से 10 दिसंबर तक इनका संबंधित एजेंसी से साक्षात्कार करवा दें। उन्होंने बताया कि आगरा मंडल में 503 लोगों का पंजीकरण हो चुका है, जिसमें आगरा जनपद से 255, फ़िरोज़ाबाद - 153, मैनपुरी से 44 और मथुरा से 51 लोगों शामिल हैं। डिप्टी कमिश्नर ने संभावना व्यक्त की कि यह आंकड़ा 10 दिसंबर तक और अधिक बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को इससे बेहतर अफसर नहीं मिल सकता कि वह इतनी अच्छी आमदनी कर सकें। उन्हें विदेशी सर जमीन पर काम करने का अनुभव मिलेगा जो उन्हें भविष्य के काम आएगा।