लाखो रुपए खर्च...फिर भी गोशाला में भूख और बीमारी से मर रहीं गायें

IMG-20220826-WA0120.jpgमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। गुन्नौर क्षेत्र के विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव के द्वारा सेमला गुन्नौर मे बनाई गोशाला। इन सबका गाय प्रेम और गोवंशीय पशुओं को बचाने की मुहिम को आम जनता भी जानती है। मगर, अफसर इन सबको धता-बताकर पूरे सिस्टम को पलीता लगाने में लगे हैं। सेमला गुन्नौर में बनाई गोशाला में गायों की देखभाल के नाम पर लाखो का बजट खर्च हो गया। मगर, गोशाला की गायें फिर भी जीवित नहीं बच पा रही हैं।

गोशाला में गायें भूख और बीमारी से लगातार मर रही हैं। उनके शव कई दिनों से गोशाला के अंदर और बाहर कीचड़ में पड़े होकर सड़ रहे हैं। मगर, गोशाला की जिम्मेदारी संभालने का दावा करने वाले सीवीओ को इन सबकी खबर ही नहीं थी। इतना ही नहीं, सेमला गुन्नौर गोशाला में जो गायें जिंदा भी बची हैं, वह इतनी कमजोर हो चुकी हैं कि चलने लायक नहीं हैं। इससे गोशाला की बदहाल व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है।

किसी ने में फोन करके बताया कि सेमला गुन्नौर गोशाला के बाहर की जमीन पर कुछ गायों के शव और हड्डियां पड़े हैं। बृहस्पतिवार को गांव के लोगों ने ने गौशाला में जाकर मौके पर देखा तो बात वाकई सच निकली। गोशाला में पशुओं को खाने के लिए भरपूर चारा मिलना तो दूर की बात है, भरपेट पानी भी नहीं मिल रहा। गोशाला परिसर में बरसात में दो फुट तक कीचड़ और गंदगी फैली हुई थी। पशुओं केे बैठने का साफ स्थान नहीं था। गायों को जो चारा या भूसा खिलाया जाता है, सामने दिखने पर लगा कि वह चारा भी कर्मचारी गोबर में ही डाल देते हैं। गायें गोबर या गंदगी से सना वह चारा खाती नहीं। पीने के लिए जो पानी दिया जाता है, उसमें कीड़े पड़े थे। हालत यह कि गायें न तो ठीक से चारा खा पाती हैं, न ही भीषण गर्मी में भर पेट पानी पी सकती हैं। इसलिए गोशाला में कुछ गायें भूख से मर रही हैं तो कुछ बीमारी से। फिलहाल, गोशाला के अंदर गायों के मरने का सिलसिला लंबे समय से जारी है। खास बात यह है कि मरने के बाद गायों के शव वहीं कीचड़ में ही पड़े सड़ रहे हैं।