पाक के सेना प्रमुख से क्यों मिलेगी ब्रिटेन की सीख मिलिट्री सुरक्षा एजेंसियों ने जताई चिंता

in #goverment2 years ago

n4026780061657429832389c8c288b3542b7ac1618e030815590abcb6619b2d361a42b02cdf055a786a642d.jpgब्रिटेन की सिख मिलिट्री का पाकिस्तान दौरा भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। सिख मिलिट्री प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान में सेना प्रमुख कम जावेद बाजवा से मुलाकात होनी है।a
इस मुलाकात को हालांकि पाकिस्तान ने सर्व धर्म हिताय का संदेश देने की कोशिश की लेकिन, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सेना को अलर्ट किया है। मालूम हो कि खुफिया एजेंसियां डिफेंस सिख नेटवर्क (डीएसएन) की गतिविधियों को संदिग्ध मान रही है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि, डीएसएन ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के संबंध में टिप्पणी की थी।

डीएसएन ने हाल ही में ऑपरेशन ब्लूस्टार के संबंध में टिप्पणी की थी और अपने इंस्टाग्राम पेज पर भारतीय सेना के ऑपरेशन का एक ग्राफिक पोस्ट किया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के निमंत्रण पर डीएसएन के 12 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल 28 जून को पाकिस्तान गया है।

पाकिस्तानी सेना ने कथित तौर पर सिख प्रतिनिधिमंडल के दौरे को यह दिखाने की कोशिश की कि उनके दरवाजे सभी धार्मिक समुदायों के लिए खुले हैं। जबकि, पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान की कथनी और करनी में काफी अंतर है। ऐसे में भारतीय खुफिया एजेंसियों को शक है कि डीएसएन का पाक दौरा करना और सेना प्रमुख बाजवा से मुलाकात करना बड़ा संकेत दे रहा है।

ब्रिटिश उच्चायोग की सफाई
नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने मामले में कहा, “यह यात्रा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के लिए ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्थानों की यात्रा करने का एक अवसर है। सेना के जवानों के व्यक्तिगत विचार जरूरी नहीं कि वो रक्षा मंत्रालय के विचारों को प्रभावित करते हों।

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