पट्टीदारों पर गोली चलाने के आरोप में एसएसबी जवान समेत दो गिरफ्तार

गोरखपुर। जिले के खजनी थाना क्षेत्र में पट्टीदारों पर गोली चलाने के आरोप में पुलिस आरोपित एसएसबी जवान भगवानदास उर्फ मुन्ना यादव सहित दो को गिरफ्तार किया है। खजनी पुलिस घटना के मुख्य आरोपित ग्राम मऊधरमंगल निवासी दीवान प्रमोद यादव सहित सात आरोपितों की तलाश में जुटी है।
मऊधरमंगल में रविवार सुबह मकान के छज्जे का विरोध करने पर लखनऊ में तैनात दीवान प्रमोद यादव, उनके भाई मुन्ना यादव व परिवार के अन्य सदस्यों ने पट्टीदार सुरेमन यादव, रामधारी यादव व उनके लोगों पर हमला कर दिया था। इस दौरान प्रमोद यादव ने ताबड़तोड़ कई गोलियां चला दी थीं। इससे सुरेमन यादव, रामधारी यादव व भोलू यादव घायल हो गए। गोली लगने से सुरेमन की स्थिति गंभीर है। उनका लखनऊ में इलाज चल रहा है। घायल भोलू की माता उषा देवी के तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। खजनी पुलिस ने रविवार रात प्रमोद के भाई एसएसबी जवान भगवान दास उर्फ मुन्ना यादव को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी थी। सोमवार की रात पुलिस ने घटना में शामिल एक अन्य आरोपित लक्ष्मण यादव को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शेष आरोपितों की तलाश जारी है। वह भी जल्द गिरफ्तार होंगे।

एक वर्ष से है पट्टीदारों से भूमि विवाद
मऊधरमंगल गांव के प्रमोद का करीब एक वर्ष से पट्टीदारों से भूमि विवाद है। उसका भाई भगवान उर्फ मुन्ना यादव गोरखपुर फर्टीलाइजर में एसएसबी में तैनात है। दोनों छुट्टी लेकर घर आकर मकान बनवा रहे थे। वह घर के बगल से मकान का छज्जा निकलवा रहा था। इसे लेकर उसके पट्टीदार राजधारी यादव, सुरेमन यादव ने आपत्ति जतायी। उन्होंने बताया कि प्रमोद व मुन्ना उनकी भूमि में छज्जे का निर्माण करा रहे थे। रविवार सुबह प्रमोद व मुन्ना छज्जे का निर्माण करा रहे थे। इसे लेकर राजधारी यादव, राजनाथ यादव व सुरेमन विरोध करने लगे। इतने में सिपाही प्रमोद यादव ने ताबड़तोड़ पिस्टल से गोली चला दी। इससे 48 वर्षीय सुरेमन यादव के सिर में, सुरेमन के भाई 60 वर्षीय रामधारी यादव के छाती में, 19 वर्षीय राजनाथ उर्फ भोलू यादव की जांघ पर गोली लग गई थी।

पीड़ितों ने पहले भी की थी शिकायत
भूमि विवाद को लेकर थाने में पहले भी कई बार पंचायत हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। पीड़ितों का आरोप था कि हल्का दरोगा बांके यादव धनउगाही करके एक तरफा कार्रवाई पर आमादा थे। वह उन लोगों पर दबाव बना रहे थे। इसे लेकर बीते 19 जुलाई को पीड़ित पक्ष एसएसपी से मिलकर उन्हें प्रार्थना पत्र सौंपा था। मेडिकल कालेज में भर्ती घायल भोलू यादव के छोटे भाई भृगु यादव ने बताया कि थाने के दारोगा बांके यादव, सूरज यादव उन्हें धमकी दे रहे थे कि छज्जा निकालने दो नहीं तो मुकदमा दर्ज करके जेल भेज देंगे। घायल सुरेमन की बेटी ने बताया कि दारोगा बांके यादव समझौते के लिए दबाव बना रहा था। इसीलिए वह बार-बार फोन कर रहा था, लेकिन उनके घरवालों ने मोबाइल स्विच आफ कर लिया था। एसएसपी ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए उपनिरीक्षक बांके यादव सिपाही सूरज व मनोज यादव को रविवार की रात में निलंबित कर दिया था।