3 साल बाद आई याद. सेवा पोर्टल पर अपडेट नहीं 1500 कर्मियों की डिटेल

in #gorakhpur2 years ago

पावर कॉरपोरेशन ने संविदा कर्मचारियों को निर्धारित समय पर वेतन व अन्य सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए साल-2018 अप्रैल में संविदा सेवा पोर्टल लांच किया। इस पोर्टल पर जोन के सभी वितरण खंडों को सितंबर-18 से दिसंबर तक का सभी संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ, ईएसआई कटौती व बीमा सुविधा के साथ ही वेतन का ब्योरा अपलोड करना था। इसमें प्रमुख भूमिका खंड के लेखाकारों की थी। उन्हें पोर्टल पर ब्योरा अपलोड कर संविदा ठेकेदार से भी सूचनाएं दर्ज करानी थी। लेखाकारों का कहना है कि खंड में उपलब्ध सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड की, लेकिन ठेकेदारों ने अपना ब्योरा अपलोड नहीं किया। हालांकि सभी ठेकेदारों को पोर्टल की आईडी व पासवर्ड भी दे दिया गया। लेखाकारों की लापरवाही से पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं होने पर जनवरी-2019 में खंडों के एक्सईएन व लेखाकारों को पूर्वांचल एमडी ने आरोप पत्र देकर स्पष्टीकरण मांगा। विद्युत लेखाकार संगठन के विरोध के बाद तत्कालीन एमडी ने लेखाकारों के खिलाफ जारी आरोप पत्र निरस्त कर दिए। लेखाकारों का कहना है कि पुराना मामला नए सिरे से सामने आ रहा है। पूर्वांचल एमडी दफ्तर के मुख्य अभियंता प्रशासन ई। अजय कुमार ने जोन के ग्रामीण वितरण खंड प्रथम, द्वितीय व कौड़ीराम, सिंकरीगंज, कैंपियरगंज, चौरीचौरा समेत कसया, पडऱौना, देवरिया व सलेमपुर खंड के तत्कालीन लेखाकारों को आरोप पत्र रजिस्टर्ड डाक से भेजकर जबाब मांगा है। उन्होंने आरोप पत्र में लिखा है कि आउट सोर्स कर्मचारियों के वेतन, ईपीएफ, ईएसआई कटौती समेत दुर्घटना बीमा का ब्योरा संविदा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश पूर्व में दिए गए। बावजूद इसके तय समय में सूचनाएं अपलोड नहीं हुई। तीन साल बाद भी ब्योरा आधा-अधूरा ही अपलोड किया गया है। गोरखपुर जोन में 1500 संविदा कर्मचारी हैं। जबकि सितंबर-18 से दिसम्बर-18 तक महज 1100 संविदा कर्मचारियों का ब्योरा ही अपलोड किया गया। अन्य कर्मचारियों का ब्योरा अपलोड करने में लापरवाही पर दो सप्ताह में अपना जवाब मुख्यालय को भेजे, अन्यथा सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।लेखाकारों ने संविदा पोर्टल पर सूचना दर्ज करने में लापरवाही की। इससे निगम की छवि धूमिल हुई है। इसमें लापरवाही बरतने वाले लेखाकारों को आरोप पत्र देकर दो सप्ताह में जवाब मांगा है।
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