सशक्त होंगी महिलाएं तो मजबूत होगा घर, समाज और देश*

in #gorakhpur2 years ago

IMG-20220529-WA0043.jpgगोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गोरखपुर विश्वविद्यालय महिला कल्याण समिति (गुआ) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महिला डाक्टर्स इकाई के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के महिला स्टॉफ और छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण महिला कॉमन हाल में किया गया। शिविर के अंदर महिलाओं में हीमोग्लोबिन, बीडीएम, न्यूरोपैथी, फिमेल कैंसर, न्यू‌ट्रिशनल वैक्सीनेशन और लाइफ स्टाइल मोडिफिकेशन का परीक्षण किया गया। तत्पश्चात डॉक्टर्स की अनुभ‌वी टीम ने उन्हें निशुल्क परामर्श दिया। विश्वविद्यालय की प्रथम महिला और गुआ की संरक्षक सुमिता सिंह ने कहा कि महिलाएं और बेटियां सशक्त होंगी तो घर, समाज के साथ देश मजबूत होगा। ज्यादा से ज्यादा लोग निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का लाभ उठाएं। चुप्पी तोड़े अपने स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर बात करें।गुआ की अध्यक्ष प्रो नंदिता सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन 28 मई को मासिक धर्म स्वच्छता दिवस और 31 मई को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर किया जा रहा है। गुआ की ओर से महिला के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाता है। इसका मकसद उन्हें जागरूक करना है।आईएमए- महिला डॉक्टर्स इकाई की चेयरपर्सन डॉ दीप्ती चतुर्वेदी ने ब्रेस्ट कैंसर पर जागरूक करने के साथ महिलाओं को इसकी स्क्रीनिंग और बचाव के बारे में अहम जानकारी प्रदान की। डॉ. बबिता शुक्ला ने लाइफ स्टाइल मोडिफिकेशन और मोटापा कंट्रोल करने, डॉ अंज श्रीवास्तव ने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ महिला कल्याण, डॉ दीप्ती चतुर्वेदी ने एनेमिया से बचाव के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ एके चतुर्वेदी ने तंबाकू से होने वाली बिमारियों और इसके इलाज के प्रति लोगों को जागरूक किया। डॉ अंजू जैन ने मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता और साफ-सफाई के बारे में उपयोगी बातें बताई। कार्यक्रम का संचालन गुआ की सचिव प्रो. सुनीता मुर्मू ने किया। इस दौरान गुआ की उपाध्यक्ष और रसायन विभाग की अध्यक्ष प्रो.सुधा यादव, अधिष्ठाता शिक्षा संकाय प्रो शोभा गौड़, गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. दिव्या रानी सिंह, समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता पांडे, मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. अनुभूति दुबे आदि लोग मौजूद रहे।