गजब: 16 साल पहले निलंबित हुआ था शिक्षक, बहाली करना भूल गया विभाग

in #gonda2 years ago

वेतन के तौर पर मिल रहे जीवन निर्वाह भत्ते से गुजारा कर रहा शिक्षक
गोंडा। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों का एक चौंकाने वाला कारनामा सामने आया है। मुजेहना के प्राथमिक विद्यालय छजवा में कार्यरत रहे एक शिक्षक को निलंबित करने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग उसकी बहाली करना भूल गया। 16 साल पहले वर्ष 2006 में निलंबित किया गया शिक्षक निलंबन के बाद आधी तनख्वाह पर गुजारा कर रहा है।
मुजेहना शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय छजवा में कार्यरत रहे सहायक अध्यापक अंबिकेश्वर वर्मा को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने वर्ष 2006 में लापरवाही के आरोप में निलंबित करते हुए उनका वेतन रोक दिया था। निलंबन के बाद अंबिकेश्वर वर्मा को प्राथमिक विद्यालय मतवरिया प्रथम से संबद्ध किया गया था। निलंबन करने वाले अफसरों ने अंबिकेश्वर वर्मा की संबद्धता तो कर दी लेकिन न तो उनके निलंबन की जांच की गई और न ही उनकी बहाली हो सकी। अंबिकेश्वर वर्मा पिछले 16 साल से लगातार निलंबित चल रहे हैं। बहाली न होने पर इस निलंबन के खिलाफ अंबिकेश्वर वर्मा हाईकोर्ट चले गए और वहां से जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान दिए जाने का आदेश करा लिया। तब से लगातार अंबिकेश्वर वर्मा को जीवन निर्वाह भत्ते के तौर पर आधी तनख्वाह मिल रही है और इसी आदि तनख्वाह पर वह अपना गुजारा कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है के बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों को ना तो अंबिकेश्वर वर्मा के निलंबन की जानकारी है और ना ही उनकी बहाली की। निलंबन या बहाली के संबंध में कोई अभिलेखीय साक्ष्य भी विभाग के पास मौजूद नहीं है।
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निलंबन के संबंध में नहीं मिला कोई आदेश
धानेपुर गोंडा। अपने सेवाकाल के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके सहायक अध्यापक अंबिकेश्वर वर्मा अपने खिलाफ की गई इस कार्रवाई के संबंध में बताते हैं कि उन्हें निलंबन के लिए किसी तरह का कोई आदेश नहीं दिया गया था। वर्ष 2006 में सिर्फ उनका वेतन रोका गया था। इसके बाद 3 साल तक उनका वेतन बहाल नहीं किया गया। 3 साल के बाद वह हाई कोर्ट चले गए। हाई कोर्ट ने उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते के तौर पर आधी तनख्वाह देने का आदेश दिया। अब विभाग उन्हें हाईकोर्ट के आदेश पर जीवन निर्वाह करने का भत्ता दे रहा है। इसी के भरोसे उनका गुजारा हो रहा है।
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प्राथमिक विद्यालय मतवरिया प्रथम से संबद्ध शिक्षक अंबिकेश्वर वर्मा के निलंबन की जानकारी सामने आई है। वह करीब 16 साल से निलंबित चल रहे हैं लेकिन इस बीच उनकी बहाली क्यों नहीं की गई इसकी जानकारी नहीं है। इस संबंध में शिक्षक अंबिकेश्वर वर्मा से उनके समस्त शैक्षिक अभिलेख, निलंबन का आदेश व जीवन निर्वाह भत्ता दिए जाने से संबंधित हाईकोर्ट के आदेश की प्रति मांगी गई है। मामले की जांच की जा रही है।
हेमलता त्रिपाठी, खंड शिक्षा अधिकारी- मुजेहना