चीनी मिल का मालिक बनकर की 20 करोड़ रूपये की ठगी

in #ghaziabad29 days ago

1000689737.jpg

खुद को बस्ती जिला का चीनी मिल मालिक तो कभी मल्टी ट्रेडिंग कंपनी का निदेशक बताकर स्क्रैप बेचने के नाम पर स्क्रैप कारोबारियों से सौदा कर रकम ठगने वाले नटवरलाल को नंदग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया नटवरलाल एमबीए पास है। 2020 से अब तक उस पर कई राज्यों में 11 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। लोगों से वह स्क्रैप बेचने के नाम पर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ठग चुका है। ठगी की रकम को वह अपने शौक पूरे करने पर उड़ा देता है। पुलिस को पता चला कि है उसके पास तीन लग्जरी कारें और एक आलीशान घर है। एक बार शातिर ने मुख्यमंत्री के फर्जी एसडीओ के साथ-साथ सरकार में जान पहचान का दावा कर ठगी की थी। मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज है।
डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि पकड़ा गया शातिर बस्ती के पैकुलिया के गांव पेडारिया निवासी कमरुद्दीन है। हाल में वह लखनऊ के विकासनगर में रह रहा है। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि कमरुद्दीन अपनी पत्नी व एक दो अन्य लोगों के साथ मिलकर स्क्रैप कारोबारियों को निशाना बनाकर बंद चीनी मिलों का मालिक बनकर उसमें नुकसान होने की बात कहकर सामान को बेचने के नाम पर ठगी करता है। कमरुद्दीन ने गाजियाबाद के नौशाद से एक करोड़ रुपये और पटेलनगर के विकास अग्रवाल से 35 लाख की ठगी की थी। दोनों मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। दो अन्य मामले भी सामने आए हैं। इनमें भी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह शेयर ट्रेडिंग करता था। कोविड के दौरान उसे दो करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया। जिसके बाद उसने 2020 से ही इस प्रकार से ठगी करना शुरू कर दिया। उसने बताया वह बस्ती समेत कुछ अन्य जिलों की बंद पड़ी चीनी मिल के बारे में जानकारी करने के बाद खुद को वहां का मालिक बताकर ठगी करता था। ऐसा करने से पहले वह वहां के मालिक के बारे में जानकारी कर फर्जी पेपर के आधार पर मिल हैंडओवर करने की बात करता था। लोगों को वहां ले जाने से पहले वहां के गार्ड व अन्य लोगों को रुपये देकर तैयार रखता था कि उसके आने पर वे लोग उसके साथ मालिक जैसा बरताव करें।
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि उसके व उसकी पत्नी के बैंक खाते में करीब दो करोड़ रुपये ही मिले हैं। 20 करोड़ रुपये लेन देन तो बैंक खातों का मिला है। पीड़ितों से नकद रकम लेने की बात भी सामने आई है। ऐसे में यह ठगी 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की भी हो सकती है।