भरे बाजार में एक शख्स पर ताबड़तोड़ फायरिंग, 14 घंटे बाद भी नहीं उठा शव; भीम आर्मी ने की ये मांग

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सीकरी खुर्द रेलवे क्रासिंग बाजार नगर के सबसे भीड़ भाड़ वाले इलाकों में है। यहां देर रात तक चहल पहल रहती है। शाम के समय कई रेल गाडियों के आवागमन के दौरान फाटक काफी देर तक बंद रहता है, इससे यहां वाहनों की भी लंबी कतार लगी रहती है। घटना से कुछ समय पहले ही रेलवे फाटक खुला था।
रामकुमार अपने पुत्र सौरभ के साथ बाइक पर जैसे ही रेलवे क्रासिंग पार कर सीकरी खुर्द की तरफ बढ़े तभी घात लगाए बैठे हमलावरों ने ब्रेकर पर बाइक धीमी होते ही उन्हे घेरकर फायरिंग कर दी। गोली लगते रामकुमार बाइक सहित नीचे गिए गए। इसके बाद हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर रामकुमार की हत्या कर दी। हमलावरों ने भरे बाजार कम से कम पांच मिनट तक फायरिंग की। फायरिंग से रेलवे क्रासिंग बाजार में भगदड़ मच गई। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर वहां से भाग गए।
प्रत्क्षदर्शियों के अनुसार हमलावरों ने बाइक पर पीछे बैठे सौरभ पर फायरिंग की। गोली लगले ही घायल सौरभ बाइक से उतरकर भाग लिए। हमलवार भी सौरभ के पीछे दौड़े। मगर सौरभ उनके हाथ नहीं आया और सुनसान स्थान पर छिपकर जान बचाई। घायल सौरभ को पहले उपचार के लिए मोदीनगर सीएचसी ले जाया गया वहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
रामकुमार के बड़े पुत्र गौरव ने बताया कि बीते वर्ष 13 अगस्त 2023 की रात करीब सात बजे गांव सीकरी खुर्द निवासी वीरसिंह का पुत्र आशु शराब पीकर उनकी डेयरी पर आया और वहां महिलाओं के सामने ही पेशाब करने लगा। गौरव के ताऊ जगपाल ने विरोध किया तो आशु ने जाति सूचक शब्द कहते हुए उनसे अभद्रता कर दी थी।
मौके पर मौजूद लोगों ने तब किसी तरह मामला शांत करा दिया था। आरोप है कि इसके करीब एक घंटे बाद आशु अपने भाई अंकित,अमित, राहुल और पिता वीरसिंह व अन्य छह सात लोगों के साथ लाठी डंडे लेकर जबरन उनके घर में घुस गया था और तोड़फोड़ करते हुए जगपाल को पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया था। गौरव का आरोप है कि पुलिस ने मौके से ही आरोपी राहुल और वीरसिहं को पकड़ लिया था मगर पैसे लेकर उन्हे छोड़ दिया और उलटा रामकुमार के परिवार पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया।
गौरव का आरोप है कि पुलिस ने उलटा उनके खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज की। उन्होने पुलिस के तमाम अधिकारियाें से मामले की शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद रामकुमार ने 28 अगस्त 2023 को कोर्ट में प्रार्थना दिया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मार्च 2024 को बलवा,घर में घुसकर जनलेवा हमले सहित कई अलग-अलग धाराओं में आशु,अंकित,अमित, राहुल व उनके पिता वीरसिंह और राजेन्द्र व छह अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। केस की पैरवी रामकुमार ही करते थे। परिजनों का आरोप था कि अगर पुलिस सही कार्रवाई करती तो रामकुमार की हत्या नहीं होती।
हत्याकांड की जानकारी लगते ही रामकुमार के गांव कलछीना से बड़ी संख्या में एकत्रित होकर ग्रामीण मोदीनगर नर्सिंग होम पहुंच गए। जिला पंचायत सदस्य अनिल गौतम,बसपा नेता मोहित जाटव के अलावा देवपाल हरित और विनोद गौतम भी मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने घटना के विरोध में जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने शव उठाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने शव उठाने से मना कर दिया। मामला बढ़ने पर डीसीपी ग्रामीण विवेकचंद मौके पर पहुंचे। आक्रोशित ने भीड़ ने उनका घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके सामने धरने पर बैठ गए।
डीसीपी ने भीड़ को मनाने का प्रयास किया मगर भीड़ ने उनकी एक नहीं सुनी। आक्रोशित लोग हत्यरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने और एसीपी को तत्काल हटाने की मांग पर अड़ गए। डीसीपी ने पुलिस कमिश्नर से फोन पर वार्ता कर भीड़ को समझाने का प्रयास किया,मगर आक्रोशित लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे। उन्होने आरोप लगाया कि अगर पुलिस इसमें सही कार्रवाई करती तो रामकुमार की हत्या नहीं होती। बेबस डीसीपी और पलिसकर्मी भीड़ को मनाने में लगे रहे मगर वह नहीं माने। घटना के करीब चार घंटे बाद तक भी भीड़ ने शव नहीं उठने दिया। भीड़ ने डीसीपी को खूब खरी खोटी सुनाई। खबर लिखे जाने तक हंगामा जारी था।
सीकरी रेलवे क्रासिंग के समीप बाइक सवार पिता रामकुमार और पुत्र सौरभ पर फायरिंग की गई। गोली लगने से रामकुमार की मौत हो गई व सौरभ घायल हो गया है। रामकुमार के परिवार वालों ने गांव सीकरी खुर्द निवासी जितेन्द्र व उसके परिवार के चार लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों को लगाया है। - विवेक चंद यादव, डीसीपी ग्रामीण जोन