गोंडा में घाघरा नदी के कटान से ग्रामीण परेशान

in #ghagra15 days ago

गोंडा 1 सितंबर : (डेस्क) घाघरा नदी का जलस्तर घटने से कर्नलगंज तहसील के बहुवन मदारमाझा और सुकई पुरवा गांव में तेज कटान अब तक घाघरा नदी ने 100 बीघा से अधिक जमीन को खाया नदी के कटान से ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं
कई गांव में अब भी बाढ़ का पानी भरा है

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घाघरा नदी का घटता जलस्तर बढ़ा रहा है ग्रामीणों की मुश्किलें

घाघरा नदी का जलस्तर घटने से गोंडा जिले के ग्रामीण इलाकों में नदी का कटान तेज हो गया है। कर्नलगंज तहसील के बहुवन मदारमाझा और सुकई पुरवा गांव में घाघरा नदी लगातार तेजी से कटान कर रही है। अब तक घाघरा नदी ने इन दोनों गांवों में 100 बीघा से अधिक जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है।

नदी का कटान बढ़ने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ीं

नदी के कटान से ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। कई गांवों में अब भी बाढ़ का पानी भरा है जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। नदी के कटान से कई परिवारों की जमीन चली गई है और वे अब बेघर हो गए हैं। इससे उनका जीवन बहुत प्रभावित हुआ है।

जिला प्रशासन लगातार कर रहा है निगरानी

गोंडा जिला प्रशासन लगातार घाघरा नदी के जलस्तर और तटबंध की निगरानी कर रहा है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य भी शुरू कर दिया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट वितरित किया जा रहा है और उनके आने-जाने के लिए नाव की व्यवस्था की गई है।

15 गांव बाढ़ से प्रभावित

गोंडा में कुल 15 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जिनमें से लगभग 1000 लोग प्रभावित हुए हैं। इन गांवों में से कुछ गांव तो पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन लगातार राहत कार्य कर रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।

नदी का जलस्तर घटने से मिली राहत

हालांकि, घाघरा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है जिससे ग्रामीणों को राहत मिली है। लेकिन नदी के कटान से उनकी मुश्किलें अभी भी कम नहीं हुई हैं। जिला प्रशासन को अब भी सतर्क रहने की जरूरत है।