हरदोई के जीआईसी मैदान में स्थित अलविदा तनाव शिविर में बोलती पूनम बहन
अध्यात्म ही है तनाव मुक्त जीवन की औषधि
आज 2 वर्षों से पूरा विश्व परीक्षा के दौर से गुजर रहा है अब समय आ गया है इस नकारात्मक माहौल से बाहर निकलने का अब हमें नई जीवन में नई गुणवत्ता लानी है तनाव मुक्त जीवन की औषधि है आध्यात्मिक सहारा
शिविर के प्रथम दिन विशाल जन सभा में बी.के. पूनम बहन ने कहा कि हमारे अंतर्मन में अनंत शक्तियां छिपी हुई हैं सकारात्मक संकल्प के द्वारा हमें उसे जागृत करना है। हम सभी के पास दो प्रकार के मन हैं एक है बाह्यमन दूसरा है आंतरिक मन ।जैसा सोचोगे वैसा ही जीवन बनेगा ।दो प्रैक्टिकल उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया रात को अंतर्मन को जो विचार दे दिया वह तथास्तु कर उठा देगा जैसे शबरी की कुटिया में श्रीराम आयेंगे वह रोज अंतर्मन को विचार दे देती कि 1 दिन श्री राम जरूर आएंगे मेरे प्रभु आ गए अंतर्मन में विश्वास में साथ दिया। सर्व चिंताओं से मुक्ति के लिए कुछ बातें सवेरे सूर्योदय से पहले अंतर्मन जगा रहता है उस समय जो विचार डालेंगे तथास्तु हो जाएगा जैसे मैं उस सर्वशक्तिमान परमात्मा की संतान हूं ।तो भीतर की शक्तियां जागृत हो जाएंगी जो बीमारियां जीवन में चल रही है उससे अधिक शक्तिशाली मैं हूं। समस्याओं से तनाव से बीमारियों से भी शक्तिशाली मैं हूं ।यहां अपने भीतर की खुशी को जागृत करें ।