गंगा का जलस्तर उफान पर, रास्ते बंद, गांवों में पानी भरा
फर्रुखाबाद 09 सितम्बरः(डेस्क)गंगा नदी का जलस्तर अमृतपुर में तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे ग्रामीणों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
जलस्तर की स्थिति
गंगा नदी का जलस्तर वर्तमान में 62.020 मीटर है, जो सामान्य स्तर से अधिक है लेकिन खतरे के निशान 63.105 मीटर से अभी भी नीचे है। हालांकि, जलस्तर की वृद्धि की गति 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से हो रही है, जिससे बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, यदि जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा, तो यह खतरे के निशान को पार कर सकता है।
प्रभावित गांव
गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण छह गांवों का संपर्क टूट गया है। ग्रामीणों को नाव या पानी के माध्यम से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे स्थानीय निवासियों की दैनिक गतिविधियों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। प्रशासन ने लोगों को नदियों के पास न जाने की सलाह दी है और बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
प्रशासनिक उपाय
स्थानीय प्रशासन ने बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा, बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सामग्री और संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है।
निष्कर्ष
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण अमृतपुर और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों को इस संकट से निपटने के लिए तत्पर रहना होगा। जलस्तर की निगरानी जारी रहेगी, और यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो और भी अधिक उपायों की आवश्यकता होगी।